दक्षिण अफ्रीका से ऐसे कई लोग भारत लौटे हैं जिनमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान की गई है। अब भारत में कुल 12 मरीजों की पुष्टि हुई है। जो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए हैं, उनमें बहुत ही सामान्य से लक्षण दिखाई दिए हैं, इस वजह से यह वैरिएंट बहुत आसानी से फैल सकता है, इसलिए सभी लोगों को इसके प्रति जागरूक होना पड़ेगा, तभी इस वैरिएंट से छुटकारा पाया जा सकता है।
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से लोग काफी दहशत में हैं, किंतु जिस प्रकार के लक्षण दक्षिण अफ्रीका से आए लोगों में दिखाई दिए हैं। उनसे यह साफ पता चलता है कि आपको अलर्ट रहने की आवश्यकता है। ये इसलिए क्योंकि जब व्यक्ति इस वैरिएंट से संक्रमित होता है तो इसके बाद कोई विशेष लक्षण दिखाई नहीं देता हैं।
बहुत सामान्य से लक्षण होने की वजह से इसकी आसानी से पहचान नहीं हो पाती है। इसलिए हमें लोगों के सम्पर्क में आने से बचना होगा। मास्क और सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन करना होगा। लेकिन अगर फिर भी आपको इनमें से कुछ लक्षण नजर आता है तो उन्हें नजरअंदाज बिल्कुल न करें क्योंकि इस तरह के लक्षण दक्षिण अफ्रीका से आए पॉजिटिव लोगों में दिखाई दिए हैं।
देश में अब तक मिले ओमिक्रॉन के मामले
कर्नाटक: बता दें कि देश में सबसे पहले गुरुवार को कर्नाटक में दो मरीजों की पुष्टि हुई। इनमें एक विदेशी है। यह नवंबर में भारत आया था।
गुजरात: कर्नाटक के बाद ओमिक्रॉन का तीसरा केस गुजरात के जामनगर शहर में मिला है। बता दें कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला यह शख्स 28 नवंबर को जिम्बाब्वे से जामनगर आया था।
महाराष्ट्र: भारत के महाराष्ट्र राज्य में शनिवार को ओमिक्रॉन के चौथे केस की पुष्टि हुई। यह शख्स जो मुंबई के पास कल्याण डोंबिवली का रहने वाला है, साउथ अफ्रीका से लौटा था।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ जिले में कोरोना पॉजिटिव पाए गए 7 लोगों के सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। इसमें कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई।
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