कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में मवेशियों की हालातों पर सवाल खड़ा कर देने वाली एक घटना सामने आई है। मामला कोरबा के पाली ब्लॉक के रामपुर ग्राम पंचायत रामपुर का है जहां के कांजी हाउस में 8 गायों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि कांजी हाउस में न तो चारे की व्यवस्था है और न ही पानी की।
ऐसे हालात में मवेशियों को पकड़कर यहां बंद कर दिया जाता है। यहां पर भोजन और पानी के अभाव में उनकी मौत हो जाती है। वहीं अगर स्थानीय लोगों की बात करें तो उनका कहना है कि इस तरह की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी इस कांजी हाउस में चारे और पानी के अभाव में बहुत बार गायों की मौत का मामला सामने आ चुका है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, अभी जिन 8 मवेशियों की मौत हुई है, वे सब पशु करीब महीने भर से कांजी हाउस में बंद पड़े हुए थे। काफी लंबे समय तक भूखे प्यासे रहने की वजह से तड़प तड़प कर उनकी जान चली गई।
सरपंच और सचिव की लापरवाही
स्थानीय लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव की लापरवाही की वजह से इन बेजुबान जानवरों की मौत हुई। ग्रामीणों ने कहा कि गाँव की सरपंच दिलकुमारी पोर्ते हैं मगर पंचायत के सभी कार्यों में सरपंच के ससुर छेदी सिंह पोर्ते का पूरा हस्तक्षेप रहता है।
इस वजह से पंचायत का कोई भी काम ठीक ढंग से नहीं हो पाता है। गाँव में कांजी हाउस में अव्यवस्था तो है ही साथ ही साथ स्थानों पर देख रेख का भी अभाव है। देख रेख के अभाव की वजह से बेजुबान जानवर भूख प्यास से तड़प तड़प कर मर गए।