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क्या फिर हुआ छत्तीसगढ़ का एक और जवान किडनैप ? कांकेर का आरक्षक लापता, नक्सल प्रभावित जगह पर मिली बाइक

Chhattisgarh में फिर एक जवान लापता हो गया है। अब Chhattisgarh पुलिस में सहायक आरक्षक मनोज नेताम 4 दिन से गायब हैं। उनकी Bike और चप्पल शनिवार को कांकेर बार्डर से लगे Rajnandgaon के नक्सल प्रभावित इलाके मानपुर के सुनसान इलाके में मिली है। आशंका जताई जा रही है कि उनको नक्सलियों ने अगवा किया है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो रही है। वहीं अफसरों का कहना है कि जवान बिना बताए गायब है।

जानकारी के मुताबिक, कांकेर के जाड़ेकुर्सी गांव निवासी मनोज नेताम कोडेकुर्सी थाना में सहायक आरक्षक के पद पर तैनात है। वह 28 अप्रैल को ड्यूटी पर थाना नहीं पहुंचा। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। इस बीच शनिवार को राजनांदगांव और कांकेर बार्डर पर रानवाही और बुर्के के बीच उसकी बाइक और चप्पल बरामद हुई। वहीं से कुछ दूरी पर जवान का गांव भी है। सूचना मिलने पर पुलिस ने उसके सामान को जब्त कर लिया है।

परिजनों ने बताया- जवान घर भी नहीं पहुंचा, सामान भी उसी का

भानुप्रतापपुर SDOP अमोलक सिंह ढिल्लों ने बताया कि सहायक आरक्षक मनोज नेताम बिना बताए गायब है। उसने कोई छुट्‌टी भी नहीं ली थी। उसके परिजनों को बुलाया गया था। उन्होंने पुष्टि की है कि बरामद बाइक और चप्पल जवान की है। उनका कहना है कि मनोज नेताम घर भी नहीं पहुंचा है। फिलहाल जहां बाइक मिली है, वहां से नक्सली पर्चा या इससे संबंधित कोई चीज मिलने की बात से उन्होंने इनकार किया है। कहा कि जवान की तलाश की जा रही है।

Kawardha में भी 10 दिन पहले से लापता CAF के APC का सुराग नहीं

इससे करीब 10 दिन पहले 21 अप्रैल को कवर्धा में CAF (छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स) के 20वीं बटालियन के असिस्टेंट प्लाटून कमांडर (APC) कृष्टोफर लकड़ा गायब हुए हैं। उनका अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। नक्सल प्रभावित इलाके में स्थित कैंप से गायब होने के चलते नक्सलियों के अगवा कर लेने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अफसरों ने इससे इनकार किया है। SP शलभ सिन्हा ने कहा था कि जवान की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

Bijapur में नक्सलियों ने अगवा SI की हत्या कर फेंका शव

वहीं बीजापुर में 21 अप्रैल को अगवा किए गए DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) के SI मुरली ताती की नक्सलियों ने 23 अप्रैल की देर रात हत्या कर दी थी। उनका शव सड़क किनारे फेंक कर नक्सली भाग निकले। उनका शव रात एड्समेटा के पेददा पारा में मिला। नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजन ने जवान की हत्या करने की जिम्मेदारी ली है। SI मुरली ताती साल 2006 से DRG में पदस्थ थे और लगातार काम कर रहे थे।

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