दिल्ली। राजधानी दिल्ली में ड्रग्स, हेरोइन, गांजा और दूसरे मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए दिल्ली पुलिस पूरा ज़ोर लगा रही है। दिल्ली पुलिस लगातार पूछताछ और छानबीन के जरिए पकड़े गए आरोपियों के नेटवर्क का पता लगा रही है। इसलिए वह अन्य राज्यों की पुलिस के साथ भी अपनी बेहतर बाँडिंग बनाकर रख रही है और साथ मिलकर ड्रग तस्करों को पकड़ रही है।
हाल ही में, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ड्रग्स तस्करी का गैंग चलाने वाले मास्टरमाइंड को मणिपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आज स्पेशल सेल की टीम मास्टरमाइंड को लेकर दिल्ली आई है।
स्पेशल सेल के अधिकारियों ने जानकारी दी कि मणिपुर से गिरफ्तार किए गए आरोपी की नाम मोहम्मद कासिम अली है। पिछले साल ही स्पेशल सेल ने उसके दो साथियों को 10 किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था। अदालत ने उसे इस मामले में उसे भगोड़ा घोषित किया हुआ था। आरोपी गाड़ी में खुफिया केबिन बनाकर उसमें ड्रग्स छिपाकर रखते थे फिर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करते थे।
स्पेशल सेल के डीसीपी राजीव रंजन के बताया कि सेल की एसटीएफ ड्रग्स तस्करी को लेकर लगातार जांच पड़ताल कर रही थी। पिछले साल उनकी टीम को यह सूचना मिली कि मणिपुर निवासी अली ड्रग्स की तस्करी में लिप्त है। वह गुवाहाटी, दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और यूपी में तस्करों के माध्यम से ड्रग्स भिजवाता है। सूचना पर पुलिस टीम ने छानबीन करते हुए मोहम्मद इकबाल खान और मोहम्मद इशाक को गिरफ्तार कर लिया था। वे दोनों दिल्ली में ड्रग सप्लाई के लिए आए थे।
जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम ने इनके पास से 10 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 40 करोड़ रुपए है। वहीं, आरोपियों ने इनमें से 2 किलो ड्रग्स गाड़ी के खुफिया केबिन के अंदर छुपा रखा था। इस मामले में एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) का मामला दर्ज किया गया था।
जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि अली का पूरा नाम मोहम्मद कासिम अली है जो कि मणिपुर निवासी है। पहले वह मणिपुर पुलिस में सिपाही था। अदालत ने उसे इस मामले में भगोड़ा घोषित कर रखा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। इंस्पेक्टर कृष्ण कादयान की देखरेख में एसआई बिजेंदर और परविंदर की टीम मास्टरमाइंड की तलाश में काम कर रही थी।
जब उन्हें यह सूचना मिली कि मास्टरमाइंड म्यांमार बॉर्डर के पास ड्रग्स की डील करने के लिए गया है तो पुलिस ने 23 नवंबर की दोपहर को छापा मारकर उसे कार में जाते समय धर दबोचा। पूछताछ में उसने यह स्वीकार किया कि 2020 में पकड़ी गई 10 किलो हेरोइन उसी की थी। उसने इसे नाजिम को सप्लाई करने के लिए भेजा था। अब पुलिस उसे गिरफ्तार कर दिल्ली लेकर आई है।
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