रूस में शनिवार को एवियन फ्लू के H5N8 स्ट्रेन के संक्रमण का पहला केस मनुष्यों में पाए जाने के बाद दुनिया भर में सतर्कता बाराती जा रही है। रूस का कहना है कि इस केस के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन को जानकारी दे दी गयी है। वहीं, रूस की वैक्टोर लैब के वैज्ञानिकों ने दक्षिणी रूस के पोलट्री फार्म के सात वर्करों से मिले स्ट्रेन के जेनेटिक मटेरियल को आइसोलेट कर दिया है।
इस दिशा में स्वास्थ्य संबंधी निगरानी रखने वाली संस्था की एना पोपोवा के हवाले से कहा गया है कि संक्रमित वर्करों की हालत चिंताजनक नहीं है. हालाँकि H5N8 के दुनिया के पहले केस के बारे में फौरन सतर्कता अपनाकर डब्ल्यूएचओ को डिटेल भेजे गए हैं। भारत की बात करें तो यह संक्रमण भारत में पिछले महीने जनवरी में तब चर्चा में आया था, जब महाराष्ट्र के बीड ज़िले में कुछ कौवे H5N8 स्ट्रेन से पॉज़िटिव पाए गए थे। उसके बाद मध्य प्रदेश, दिल्ली के कुछ इलाकों समेत आधा दर्जन से ज़्यादा राज्यों में पोलट्री में इस संक्रमण के पाए जाने की खबरें थीं। इतना ही नहीं संसद के बजट सत्र के दौरान ही स्वास्थ्य के राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा था कि देश में H5N1, H5N8, और H5 स्ट्रेन के मामले पाए जा चुके।
Web Title: First Avian Flu In Humans