लिफ्ट देने के नाम पर युवती से हुई हैवानियत, 3 लोगों ने 3 दिन तक किया बलात्कार
केशकाल- अभी कुछ दिन पहले की हाथरस में युवती के साथ हुई दरंदगी ने पूरे देश को झकझोर कर रखा दिया था. देश भर में युवती के साथ हुए बलात्कार की घटना का विरोध जारी है. सामाजिक संगठन लगातार कैंडल मार्च निकालकर दोषियों के फांसी की मांग कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी लगातार विरोध प्रदर्शन और मृतका के लिए श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जा रही है. इस बीच प्रदेश के केशकाल से एक दिन दहला देने वाली खबर सामने आई है.
1 अक्टूबर की शाम बनियागांव से कोंडागांव जाने के लिए एक युवती सड़क के किनारे खड़ी थी. कोरोना संक्रमण की वजह से केवल कुछ ही गाड़िया इन दिनों सड़क पर दिख रही है. ऐसे में घर जाने के लिए युवती किसी बस का इंतजार करने लगी,तभी वहां एक ट्रक आकर रूका और उसे घर छोड़ने की बात कहकर 3 युवकों ने अपनी गाड़ी पर बैठा लिया. युवती को अकेला पाकर युवकों की नियत डोल गई और उन्होंने कोंडागांव आने पर भी युवती को नहीं उतारा और अपने साथ केशकाल ले गए.इसके बाद ट्रक में मौजूद तीनों युवकों ने बारी-बारी से युवती के साथ बलात्कार किया. हैवानियत की हद तो तब पार हो गई जब तीनों युवकों ने युवती को वहां न छोड़कर सिलतरा ले आए और लगातार तीन दिनों तक युवती के साथ दुष्कर्म किया.
बंदी बनाकर चलती ट्रक में बलात्कार
इस बीच लगातार युवती के साथ अनाचार होता रहा. सिलतरा पहुंचने पर गाड़ी अनलोड करने के दौरान तीनों ही युवक व्यस्त हो गए और मौका पाते ही पीड़िता वहां से भाग निकली. जैसे-तैसे पीड़िता एक होटल के पास पहुंची और वहां मौजूद लोगों को अपनी आपबीती सुनाई. पीड़िता की बात सुनते ही लोगों के होश उड़ गए उन्होंने तत्काल डायल 112 में कॉल कर पूरी कहानी बताई.
पीड़िता ने सुनाई व्यथा
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि ट्रक क्रमांक सीजी 18 एच 0735 में सवार तीन युवक बसन्त गुप्ता,संदीप गुप्ता और संजय दुर्गम ने उसे बंदी बनाकर लगातार अनाचार किया. पीड़िता के रिपोर्ट पर तत्काल सिलतरा पुलिस ने केशकाल थाना प्रभारी रामप्रसाद सिन्हा को इसकी जानकारी दी.
केशकाल में दर्ज केस
केशकाल थाना के उप निरीक्षक आरपी सिन्हा ने बताया कि मामला गंभीर होने की वजह से कोंडागांव एसपी सिद्धार्थ तिवारी के आदेशनुसार तत्काल पुलिस की एक टीम गठित कर 3 अक्टूबर के सुबह सिलतरा के लिए रवाना किया गया. वहां से आरोपियों और पीड़िता को केशकाल लाया गया. सामुहिक रूप से बलत्कार करने को लेकर उक्त आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध कायम कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड में भेजा गया है.फिलहाल पीड़िता को सखी केंद्र कोंडागांव भेजा गया. उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी रामप्रसाद सिन्हा, एसआई जितेंद्र नंदे, एएसआई सुनीता उइके, एएसआई ओमकार बंजारे, प्रधान आरक्षक संजय बिसेन, आरक्षक नीलेश ध्रुव, ईश्वर नेताम, बसन्ती नेताम का अहम योगदान रहा.