बिलासपुर में हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा, 5 कालगर्ल समेत सात गिरफ्तार
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के सिविल लाइन क्षेत्र में अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट का भंड़ाफोड़ हुआ है। पुलिस ने छापेमार कार्रवाई में 2 लड़के और 5 लड़कियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए गिरोह का सरगना दिल्ली से है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश, हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों से लड़कियों को देह व्यापार कराने लाया जाता था। लड़कियों के पास विदेशी मुद्रा होने और विदेशों से तार जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है।
देह व्यापार में संलिप्त युवक और युवतियों के पास से 11 नग मोबाईल, एटीएम कार्ड 6 नग, पेनकार्ड और आधार कार्ड 6-6 नग, कडोम 25 नग, उत्तेजना पूर्ति के लिए दवाई और नगदी 26 हजार 150 रुपए जब्त किया गया है। इसके साथ ही सरगना अन्य राज्यों से जिन वाहनों के जरिए ग्राहकों को लाता था, उन वाहनों को भी बरामद कर लिया गया है। ग्राहकों से लड़कियां उपलब्ध कराने के लिए सरगना उनसे 3 हजार रुपए प्रति घंटा चार्ज लेता था।
किराए के मकान में चल रहा था धंधा
बिलासपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली कि हीरालाल विहार कालोनी महर्षि रोड़ स्थित एक मकान को किराए पर लेकर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है। जहां दूसरे राज्यों से लड़कियों को बुलाकर उनसे देह व्यापार कराया जाता है। सूचना मिलते ही एसपी प्रशांत अग्रवाल और एएसपी ओपी शर्मा के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन आरएन यादव के नेतृत्व में घर में दबिश देकर छापेमार कार्रवाई की गई।
व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए चल रहा सेक्स रैकेट
टीम ने खुलासा करते हुए बताया सरगना ग्वालियर का रहने वाला पवन पंजवानी जो अपने दोस्त अमित चंद्रा औरंगाबाद बिहार के वाले के साथ मिलकर सेक्स रैकेट चलता था।दोनों युवक युवतियों को तय कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध कराते थे। युवकों द्वारा व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए इस सेक्स रैकेट को चलाया जा रहा था। दोनों युवकों द्वारा देह व्यापार के लिए युवतियों को दिल्ली, गुड़गांव, उत्तरप्रदेश और हरियाणा से कमीशन पर लाकर उसलापुर क्षेत्र के हीरालाल विहार के एक किराए के मकान में रखा गया था। यहां पर उनके कस्टमर पहुंचते थे,जहां से पैसे तय होने पर लड़कियों को सेक्स सर्विस के लिए बाहर भी भेजा जाता था।
युवतियों की उम्र 22, 24, 25, 28 और 32 वर्ष है। यह भी बताया गया कि ग्राहकों से लड़कियां उपलब्ध कराने के लिए सरगना उनसे 3 हजार रुपए प्रति घंटा चार्ज लेता था। पुलिस सभी के खिलाफ सिविल लाइन थाने में पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।