जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में का मामला सामने आया है। बुधवार देर रात एक छात्रा ने आत्महत्या कर लिया। वह 10वीं की छात्रा थी। इसके पीछे का कारण जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
बताया जा रहा है कि वह परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई थी। घर लौटने के बाद वह रात को छत पर गई और वहीं उसने आग लगा ली। चीख-पुकार सुनकर परिजन पहुंचे, मगर तब तक वह आग की लपटों में बुरी तरह घिर चुकी थी। सूचना मिलने के बाद गुरुवार को पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
जानकारी के मुताबिक, पामगढ़ क्षेत्र के धाराशिव निवासी ललिता धीवर पुत्री गोरेलाल धीवर बुधवार देर रात अपने घर की छत पर गई और उसने खुद को आग लगा ली। जब परिजनों ने उसकी चीख पुकार सुनी तो वे सभी दौंडते हुए छत पर पहुंचे, मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी। ललिता आग की लपटों से बुरी तरह से घिरी हुई बेसुध जमीन पर पड़ी थी। परिजनों ने जैसे तैसे आग बुझा ली, मगर तब तक ललिता की मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी कि ललिता 10वीं कक्षा की छात्रा थी। मंगलवार यानि 8 मार्च को उसका शासकीय हाईस्कूल धाराशिव में सामाजिक विज्ञान का पेपर था। बताया जा रहा है कि इस परीक्षा में वह नकल करते हुए पकड़ी गई।
इसके बाद एग्जामिनर ने नकल प्रकरण बना दिया था। जब ललिता परीक्षा के बाद घर लौटी तो वह बहुत ज्यादा दुखी थी। उस दिन से वह काफी गुमसुम रहने लगी। वह किसी से बात भी नहीं कर रही थी। इसके बाद उसने देर रात खुद को आग लगाकर खुदकुशी कर ली।