गुप्तचर विशेष
अंतर्राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवसः जनिए कब और कैसे हुई इस दिन की शुरुआत, क्या हैं 2021 की थीम?
अंतर्राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस (World No Tobacco Day) स्पेशल
द गुप्तचर डेस्क| तंबाकू चबाने और सिगरेट पीने को युवा पीढ़ी आज अपना स्टेटस सिंबल मानने लगी है। फिल्मों के स्मोकिंग दृश्यों में स्क्रीन पर धूम्रपान की वैधानिक चेतावनी लिखना और सिगरेट के डिब्बों पर सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है को लिख देने भर से काम नहीं चलेगा।
धूम्रपान पर विराम लगाने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों और सामाजिक स्तर पर ईमानदारी से बहुत कुछ करने की दरकार है।धूम्रपान के दुष्परिणाम को जानते समझते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने साल 1988 से 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
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बता दें इस दिवस को मनाने का मकसद धूम्रपान के विभिन्न तरीकों जैसे, सिगरेट पीना, खैनी चबाना, गुटखा खाना व तंबाकू सेवन के व्यापक प्रसार और नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभावों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कराना और उन्हें जागरूक करना होता है।
वैसे, एक जिम्मेदार इंसान होने के नाते हमें इसकी शुरुआत अपने-अपने घरों से ही करनी चाहिए। अगर घर का कोई सदस्य खुलेआम या चुपके-चुपके भी धूम्रपान करता है, तो उन्हें दुष्परिणामों से अवगत कराएं और उसका घर के दूसरे सदस्यों पर कितना अनुकूल असर पड़ता है, उससे भी उन्हें परिचित कराएं।
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जब लोग गुटखा, खैनी, सिगरेट व तंबाकू आदि की भारी डिमांड करते हैं, तभी धूम्रपान पदार्थों के उत्पादनों में उछाल आता है। उत्पादन को बढ़ाने और रोकने की कमान बेशक हुकूमत के पास हो, पर इस विषय में सरकारें हाथ इसलिए नहीं डालती, क्योंकि ये ऐसा क्षेत्र है जिससे आर्थिक संबल मिलता है।
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