छत्तीसगढ़बिग ब्रेकिंग

कुसुम लोहा फैक्ट्री हादसा: फैक्ट्री मालिक ने कहा- रोज 400 के आसपास लोग आते हैं काम करने, लापरवाही में हुआ बड़ा हादसा, दर्जनभर की हालत गंभीर

बिलासपुर के रामबोड़ स्थित स्पंज आयरन प्लांट में प्रबंधन की लापरवाही के कारण बड़ा हादसा हो गया। चिमनी टूटने और गरम राखड़ गिरने से चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन से अधिक मजदूर अभी भी गरम राखड़ के नीचे दबे जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे हैं। घटना के बाद प्लांट और आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

घटनास्थल पर हालात
प्लांट के आसपास का पूरा इलाका और रामबोड़ गांव घटना के बाद उमड़ पड़ा है। पुलिस की कड़ी निगरानी और नाकेबंदी के कारण न तो मजदूरों के परिजनों को उनकी स्थिति की जानकारी मिल पा रही है, न ही उनकी कुशलता के बारे में कुछ बताया जा रहा है। बिलासपुर और मुंगेली के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी ने स्पष्ट जानकारी देने से इनकार कर दिया है। केवल यही कहा जा रहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

कैसे हुआ हादसा?
ग्रामीणों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा दोपहर करीब 1:18 बजे हुआ जब प्लांट की चिमनी अचानक टूट गई और गरम राखड़ नीचे गिर गई। घटना के छह घंटे बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि प्लांट के भीतर काम कर रहे मजदूरों की स्थिति कैसी है। कई मजदूरों के परिजन बाहर बेचैन होकर इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई सूचना नहीं दी जा रही है।

गरम राखड़ पर पानी का छिड़काव
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान प्रशासन की देखरेख में गरम राखड़ पर फायर ब्रिगेड के जरिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। हालांकि, अब भी कई मजदूर राखड़ के नीचे दबे हुए हैं, जिनकी स्थिति अज्ञात है।

घायलों का इलाज जारी
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गंभीर रूप से घायल दो मजदूरों को इलाज के लिए बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर किया गया है। सिम्स में आपातकालीन स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों की एक टीम को अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही जिला अस्पताल, अपोलो और अन्य निजी अस्पतालों को भी अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है।

स्थिति पर मौन प्रशासन
प्लांट प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों ने हादसे पर चुप्पी साध रखी है। प्रभावित मजदूरों और उनके परिजनों को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। स्थानीय लोग हादसे को लेकर नाराज हैं और प्रशासन से जानकारी की मांग कर रहे हैं।

आगे की कार्रवाई
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, और प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही स्थिति स्पष्ट की जाएगी। हादसे ने प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया है, जिसके कारण मजदूरों को जान गंवानी पड़ी।

Related Articles

Back to top button