छत्तीसगढ़

करोड़ों के टर्नओवर वाली महारत्न कंपनी को खोलनी पड़ी पंक्चर की दुकान, जानें क्यों आई यह नौबत…

बोकारो इस्पात संयंत्र में मशीन शॉप कैंटीन के पास गाड़ी मरम्मत एवं पंक्चर की दुकान खोली गई है। यह कर्मचारियों की सुचिधा के लिए है...

Maharatna company:
क्या आपने कभी सुना है कि किसी कंपनी का मासिक टर्नओवर करोड़ों में हो और उसे गाड़ी मरम्मत व पंक्चर बनाने की दुकान खोलनी पड़े। जी हां ऐसा हुआ है और यह कोई ऐसी वैसी कंपनी नहीं बल्कि बोकारो स्टील प्लांट है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के बोकारो स्टील प्लांट में गाड़ी मरम्मत और पंक्चर की दुकान खोली गई है। आईए जानते हैं महारत्न कंपनी(Maharatna company) को पंक्चर की दुकान खोलने की नौबत क्यों आई।
दरअसल यह पूरा मामला कर्मचारियों की सुविधाओं से जुड़ा हुआ है। काम पर आने वाले अधिकारी कर्मचारियों की गाड़ियों में आने वाली समस्या को देखते हुए प्रबंधन(Maharatna company) द्वारा यह निर्णय लिया गया। अक्सर ऐसा होता है कि काम पर आए कर्मियों की गाड़ी पंक्चर हो जाती है या फिर अन्य कोई खराबी आ जाती है। इसे देखते हुए प्लांट परिसर में ही गाड़ी मरम्मत व पंक्चर की दुकान खोली गई ताकि कर्मचारियों को गाड़ियों की मरम्मत या पंक्चर बनाने के लिए मशक्कत न करनी पड़े।
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प्लांट के मशीन शॉप के पास खोली गई पंक्चर की दुकान
बोकारो इस्पात संयंत्र में मशीन शॉप कैंटीन के पास गाड़ी मरम्मत एवं पंक्चर की दुकान खोली गई है। सुबह पांच बजे से लेकर शाम सात बजे तक यह दुकान खुली रहेगी। नाइट शिफ्ट से लेकर मॉर्निंग व सेकेण्ड शिफ्ट वाले कर्मचारियों को ध्यान में रखकर इस दुकान की टाइमिंग सेट की गई है। वाहनों के पंक्चर के लिए यहां रेट भी तय किया गया है। बाइक की पंक्चर 50 रुपए तथा साइकिल के लिए 20 रुपए दर निर्धारित है।
अफसरों ने किया उद्घाटन
खास बात यह है कि प्लांट के भीतर इस पंक्चर शॉप का उद्घाटन यहां के अफसरों के शुभ हाथों से हुआ। मुख्य महाप्रबंधक (शॉप्स) जेवी शेखर ने पंक्चर की दुकान का फीता काटा। पंक्चर की दुकान अच्छे से चले इसके लिए पूजा पाठ भी किया गया। इस मौके पर प्लांट के अन्य अफसर भी मौजूद रहे। अधिकारी भी खुश हैं क्योंकि प्लांट के भीतर पंक्चर बनाने व गाड़ी मरम्मत की दुकान खुल गई है। इससे अधिकारियों व कर्मचारियों की एक बड़ी समस्या का समाधान हो गया है।

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