श्रीनगर। श्रीनगर के बाहरी इलाके जेवान में आतंकवादियों द्वारा गोलाबारी करने का मामला सामने आया है। आतंकवादियों ने सोमवार शाम एक बड़े हमले में एक पुलिस बस पर गोलीबारी कर दी। इस गोलाबारी में एक सहायक उप निरीक्षक सहित कम से कम दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई एवं 12 अन्य घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस मुख्यालय से कुछ सौ गज दूर पंथा चौक-खुनमोह रोड पर शाम करीब 5.50 बजे के आसपास जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस की 9वीं बटालियन की बस पर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी कर दी।
इस हमले में घायल चौदह पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए एक अस्पताल ले जाया गया, जहां एएसआई गुलाम हसन (नं। 861250) और एक चयन ग्रेड कांस्टेबल ने घावों की वजह से दम तोड़ दिया।
वहीं, तीन अन्य घायल पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर है। इस आतंकवादी हमले के बाद, शीर्ष सुरक्षा अधिकारी और पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की टुकड़ियों ने इलाके की ओर प्रस्थान किया। सुरक्षाकर्मियों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी करनी शुरू कर दी।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों ने इस हमले की कड़ी निंदा की। प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा, “पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले पर विवरण मांगा है। उन्होंने हमले में शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों के परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की है।”
बता दें कि श्रीनगर में सोमवार को आतंकवाद से जुड़ी यह दूसरी घटना थी। इससे पहले श्रीनगर के बाहरी इलाके रंगरेथ में सुबह एक संक्षिप्त मुठभेड़ हुई थी जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए। लेकिन रंगरेठ मुठभेड़ के बाद इलाके के युवकों ने सुरक्षाकर्मियों से भिड़ते हुए उन पर पथराव कर दिया। यहां तक कि स्थानीय महिलाओं ने भी भारत विरोधी का नारा लगाते हुए विरोध किया।
इस दौरान, विशेष पुलिस अधिकारी साकिब अहमद तांत्रे, भाजपा कार्यकर्ता अब्दुल राशिद जरगर के निजी सुरक्षा अधिकारी और उनके सहयोगी आरिफ अहमद दो एके राइफल लेकर कुपवाड़ा भाग गए। अब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह छापेमारी करनी शुरू कर दी है।