भारत

कोरोना की नकली वैक्सीन के निर्माण से हड़कंप, STF ने करोड़ों का माल जब्त किया, देश में पहली बार सामने आया चौंकाने वाला मामला

ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है, लोग अपनी और अपनों की जान बचाने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। दुनिया भर के बड़े-बड़े वैज्ञानिक दिन रात कोरोना को हराने की कोशिशों में लगे हुए हैं।
लेकिन इतनी नाजुक घड़ी में भी बेशुमार दौलत कमाने के चक्कर में अंधे हो चुके लुटेरे नकली कोरोना वैक्सीन बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जब कार्रवाई की तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
इस वेयरहाउसिंग के दौरान जब्त की गई नकली कोरोना वैक्सीन में कोविशील्ड और ZyCoV D जैसे जाने-माने कोरोना वैक्सीन नाम शामिल हैं। इन सभी तथ्यों की पुष्टि बुधवार को अमिताभ यश, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और उत्तर प्रदेश पुलिस के एसटीएफ के मुख्य आईपीएस अधिकारी अमिताभ यश ने की। एडीजी एसटीएफ ने कहा कि, ‘देश में इस तरह से फर्जी कोरोना वैक्सीन के आधार का भंडाफोड़ करने का यह पहला बड़ा मामला भी साबित हो सकता है’
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनसे ठगों से और लंबी पूछताछ की जा रही है। यूपी के वाराणसी जिले में यह जघन्य वारदात गिरोह कर रहा था। जब एसटीएफ की फील्ड यूनिट ने जिले के थाना लंका क्षेत्र में छापा मारा, तो नकली कोरोना टेस्ट किट और एंटी-कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण/उत्पादन के बारे में पता चला। इस जघन्य अपराध में पांच ठग राकेश थवानी, संदीप शर्मा, अरुणेश विश्वकर्मा (तीनों वाराणसी निवासी), लक्ष्य जवा (नई दिल्ली निवासी), शमसेर (बलिया, उपुप निवासी) को गिरफ्तार किया गया है।

Related Articles

Back to top button