जशपुर। छत्तीसगढ़ कर जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत की समान्य सभा की बैठक में जनपद सदस्यों ने महिला एवं बाल विकास विभाग(Department of Women and Child Development) द्वारा भुगतान संबंधी हुई गडबड़ियों के विषय में जम कर बहसबाजी की। विभाग ने अपनी सफाई देने की कोशिश की लेकिन सदस्यगण अपनी बातों पर टिके रहे।
विभाग द्वारा की गई भुगतान राशि और कार्यों में असमानता को लेकर हुई गड़बड़ी के मामले में जनपद पंचायत की बैठक में जाँच की माँग की गई जिसके बाद विशेष जाँच समिति का गठन किया गया। जांच समिति की अध्यक्ष संचार एवं संकर्म विभाग की सभापति सुश्री आशिका कुजूर को बनाया गया।
बता दें कि जनपद पंचायत बगीचा के पिछले समान्य सभा की बैठक में भी महिला एवं बाल विकास विभाग मुख्य रूप से चर्चा का विषय था। जनपद उपाध्यक्ष सुरेश जैन ने शिक़ायत की थी कि आंगनबाडियों में रंग रोगन का कार्य आधाअधूरा है, सिर्फ दिखावे के लिए बाहर रंग रोगन किया गया था।
जनपद सदस्य विपिन सिंह ने भी महिला बाल विकास विभाग की शिक़ायत करते हुए कहा कि पोषण आहार के तहत वितरण किये गए अंडों की भुगतान राशियों में धांधली की गई है। बगीचा के सभी जनपद सदस्यों के द्वारा एक स्वर में मांग रखी गई कि रंग रोगन और अंडा वितरण के भुगतान संबंधित जांच होनी चाहिए।
शिक़ायतो के मद्देनज़र जनपद द्वारा 10 सदस्यों की जांच समिति का गठन किया गया जिसमें सुश्री आशिका कुजूर को अध्यक्ष बनाया गया। सभी सदस्यों को बगीचा ब्लॉक के 22 सेक्टरों में प्रभारी नियुक्त किया गया है। समिति द्वारा निम्न विषयों की जांच कर 26 जुलाई 2022 को जनपद में रिपोर्ट प्रस्तुत की जायेगी।
सभापति सुश्री आशिका कुजूर ने कहा कि आँगनबाड़ियों में गड़बड़ी की शिक़ायत लगातार आ रही थी लेकिन इस तरह से बड़ी मात्रा में भुगतान संबंधित हेर फेर होना विभाग की लापरवाही है। जांच समिति में सभी क्षेत्रों के जनपद सदस्यों को सम्मिलित किया गया है और उन्हें सेक्टरों का प्रभारी नियुक्त किया गया है ताकि जांच निष्पक्ष हो सके।