NIT Raipur:
रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर(NIT Raipur) में उन्नत भारत अभियान की टेक4सेवा कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला संस्थान के सीडीसी डिपार्टमेंट में हाइब्रिड मोड में 22 जुलाई 2022 को आयोजित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में आरसीआई-समन्वयक, डॉ. सुधाकर पांडे ने दर्शकों के साथ-साथ कार्यशाला के प्रतिभागियों को संबोधित किया और उनका स्वागत किया। उन्होंने यूबीए और टेक4सेवा पहल के महत्व पर चर्चा की जिनमें तकनीकी प्रगति के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे है।
यह कार्यक्रम 7 सेशंस में आयोजित किया गया था। सर्वप्रथम होली क्रॉस विमेंस कॉलेज अम्बिकापुर की वेरोनिका चौरंथ ने टिकाऊ कृषि प्रणालियों पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद डॉ. जगदीश, सहायक प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, द्वारा कम लागत वाली आवास संरचनाओं के लिए अपशिष्ट प्राकृतिक संसाधनों से पर्यावरण के अनुकूल ईंटों और पार्टिकल बोर्ड के विकास पर प्रदर्शन दिया गया।
इसके बाद जयकुमार लाचुरे पीएच.डी. शोधार्थी आईटी , एनआईटी रायपुर और सचिन कोटवानी,यु बी ए स्टाफ ने सौर ऊर्जा का उपयोग करके बेकार नारियल की भूसी से नारियल चारकोल के विकास पर अपना प्रदर्शन दिया | इसके बाद, डॉ. आर.एन. पटेल, एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ने सौर ऊर्जा संचालित गन्ना जूसर का अपना मॉडल प्रस्तुत किया। इस मॉडल से गन्ने या अन्य फलों के रस को आसानी से सौर ऊर्जा का प्रयोग कर एक निर्धारित प्रक्रिया द्वारा निकाला जाता है।
इसके बाद अमित कुमार पटेल छात्र, ईईई शाखा वीईसी लखनपुर ने स्मार्ट गावों में एलईडी लाइट और सौर प्रणाली की मरम्मत, फिटिंग और रखरखाव पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद डॉ. अनुपम तिवारी एसोसिएट प्रोफेसर और प्रमुख, ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय, बिलासपुर ने औषधीय पौधे उत्पादन तकनीक और प्रसंस्करण आधारित हस्तनिर्मित हर्बल साबुन बनाने, और फिनाइल निर्माण और बाजरा प्रसंस्करण और रोजगार सृजन के लिए प्रशिक्षण पर अपनी प्रस्तुति दी। अंतिम प्रदर्शन विनय वर्मा पीएच.डी. मैकेनिकल एनआईटी रायपुर ने ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए क्रॉस फ्लो टर्बाइन के विकास पर जोर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक डॉ. ए.एम. रावाणी, निदेशक, एनआईटी रायपुर रहे। डॉ सुमित भौमिक, सहायक प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, एनआईटी सिलचर, डॉ मणिकांत वर्मा, सहायक प्रोफेसर, सिविल इंजीनियरिंग और डॉ सुधाकर पांडे,समन्वयक, उन्नत भारत अभियान कार्यशाला के जूरी सदस्य थे। अंत में डॉ. बी. आचार्य, सहायक प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग ने परिणाम घोषित किए। इस कार्यशाला में डॉ. आर.एन. पटेल ने पहला, डॉ. जगदीश ने दूसरा और तीसरा स्थान वेरोनिका चोरंथ ने हासिल किया। विजेताओं को क्रमशः 11,000, 7,000 और 5,000 रुपये के नकद पुरस्कार दिए गए।
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