सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सलियों ने अगवा किए 5 ग्रामीणों को रिहा कर दिया। सभी ग्रामीण सुरक्षित घर पहुंच गए। नक्सलियों ने इन ग्रामीणों को मुखबिरी के शक में अगवा किया था। रिहा होने के बाद गांव पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि पांच में दो ग्रामीणों की जमकर पिटाई की है।
सर्व आदिवासी समाज के लोगों ने नक्सलियों से अपील की थी कि वे सभी ग्रामीणों को सुरक्षित छोड़ दें। ये सभी ग्रामीण जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके बटेर गांव के निवासी हैं। शुक्रवार को नक्सलियों ने चार और शनिवार को एक ग्रामीण का अपहरण कर लिया था।
अपहृत ग्रामीणों में माड़वी नंदू, कवासी हिड़मा, कवासी देव, सोढ़ी गंगा और कवासी कोसा शामिल थे। नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों के अपहरण पर SP ने कहा कि नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में लगातार विकास हो रहा है। गांव-गांव में सुरक्षा बलों का कैंप खुल रहा है। इससे अंदरूनी इलाकों में सड़क और बिजली जैसी सुविधाएं पहुंच पा रही हैं। इन विकास कार्यों से नक्सली बौखलाए हुए हैं। नक्सली विकास कार्यों की गति में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं।
पूना नर्कोम अभियान से भी बौखलाए
गौरतलब है कि सुकमा पुलिस जिले में ‘पूना नर्कोम’ यानी कि ‘नई सुबह’ अभियान चला रही है। इस अभियान से प्रभावित होकर ही सुकमा पुलिस के सामने अब तक 170 से ज्यादा माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है। इनके आत्मसमर्पण करने के कारण पुलिस को बहुत फायदा हुआ है। वहीं, सरेंडर करने वालों में कई कमांडर स्तर के नक्सली भी शामिल हैं। अब इस अभियान को लेकर नक्सली बौखलाए हुए हैं।
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