रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। सरकार संक्रमण के रोकथाम के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है। अब कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मंत्रालय महानदी भवन एवं सचिवालय इंद्रावती भवन में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर निषेध लगा दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह आदेश 11 जनवरी से लागू हो जाएगा।
इसके साथ कार्यालय में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि 1/3 उपस्थिति के साथ कार्यालय संचालित होगी। काम करने वालों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
वहीं, कोरोना से बचाव के लिए साबुन एवं सेंनिटाइजर का उपयोग आवश्यक होगा। कार्यालयों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह निषेध होगा।
अन्य कर्मचारियों के लिए बनेगा रोस्टर
कार्य लंबित न हो इसके लिए सभी शाखा पदाधिकारियों को 33 प्रतिशत सहायकों, उच्च वर्गीय लिपिक कंप्यूटर ऑपरेटरों, संविदा कर्मियों, कार्यालय परिचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, मात्र एक हफ्ते में राजधानी के 45 से अधिक इलाके संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। रविवार देर रात तक राजधानी रायपुर में सक्रिय मरीज मतलब एक्टिव केस का आंकड़ा 5 हजार तक पहुंच चुका है।
सक्रिय मरीजों का 25 फीसदी से अधिक हिस्सा यानी कि एक हजार से अधिक केस मात्र डीडीनगर, अशोका रत्न शंकर नगर, चौबे कॉलोनी, सड्डू, टाटीबंध, देवपुरी, आफिसर्स कॉलोनी देवेंद्र नगर और सिविल लाइंस में है।
वहीं, डाक्टरों का कहना ये है कि इन इलाकों के लोगों में जागरुकता के कारण जांच करवाने वालों की संख्या ज्यादा है, इसलिए संक्रमित भी अधिक निकल रहे हैं। शहर के ट्रेंड की तरह यहां भी 98 फीसदी संक्रमित होम आइसोलेशन में ही रखे गए हैं।
जनवरी की शुरूआत में राजधानी रायपुर में 216 एक्टिव मरीज दर्ज किए गए थे। उसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और अब यह पिछले एक हफ्ते से काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।
यहां मिले सर्वाधिक केस
डीडी नगर – 225+
अशोका रत्न – 175+
टाटीबंध – 162+
शंकर नगर – 140+
देवपुरी – 137+
चौबे कॉलोनी – 125+
सड्डू – 110+
सिविल लाइंस – 100+
आफिसर्स काॅलोनी – 92+
आरटीपीसीआर 87 प्रतिशत
राजधानी रायपुर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के बाद से आरटीपीसीआर टेस्टिंग बढ़ा दी गई है। वर्तमान में 87 प्रतिशत तक आरटीपीसीआर टेस्ट की जा रही है। इसकी वजह से बहुत से लोगों को एक से दो दिन बाद रिपोर्ट मिल रही है।
नए मिल रहे संक्रमितों में से लगभग 70 प्रतिशत मरीज 21 से 30 और 31 से 40 साल के बीच की उम्र वाले हैं। इनके अतिरिक्त बच्चों में अधिक संख्या में संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं।
बता दें कि रायपुर में 0 से 17 के एजग्रुप में अब तक 500 से अधिक बच्चे पॉजिटिव हो चुके हैं।
बताया जा रहा है कि राजधानी में सिर्फ जोन-3 ही ऐसा जोन है, जहां एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है। बहरहाल, वहां इक्का-दुक्का कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, मगर ऐसे हालत नहीं हैं कि कंटेनमेंट जोन बनाया जाए।
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