रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पुलिस ने छापेमार कार्रवाई की। दरअसल, पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना ने पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में आए शहर के थाना, चौकी प्रभारियों को उनके क्षेत्र में शराब, गांजा बेचने वालों के साथ अभियान चलाकर खुलेआम नशाखोरी करने वालों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
जनदर्शन में कुछ शिकायतकर्ताओं ने यह शिकायत की थी कि वार्ड, मोहल्लों में नशाखोर मोहल्ले के चौंक पर शाम होते ही नशा करने बैठ जाते हैं और आने-जाने वालों पर अश्लील छिंटाकशी करते हैं। शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
इसपर थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर ने निर्देशों का पालन करते हुए सभी विवेचकों की अलग-अलग टीम बनाई। फिर उन्होंने एक साथ कई वार्डों में जाकर छापेमारी की। उन्होंने गली मौहल्लों में संदिग्ध अवस्था में देखे गये दो दर्जन से अधिक व्यक्तियों को पकड़ा और थाना ले आए।
पुलिस की समझाइश के बाद भी जिन लोग पुलिस की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं उन 21 व्यक्तियों पर धारा 151, 107,116(3)CrPC के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किया गया और उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक मान कुंवर, प्रधान आरक्षक समुंद रनकर, राकेश शर्मा, संजय तिवारी, सुमन चौहान, आनंद तिवारी, आरक्षक देवनारायण मरावी, संजीव पटेल, जयप्रकाश सूर्यवंशी और महिला आरक्षक प्रमिला महंत शामिल थीं ।