छत्तीसगढ़: सातवें सबसे प्रदूषित शहर रायपुर सहित भिलाई और दुर्ग में लगेंगे स्मॉग टॉवर, 100 करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट…
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राजधानी रायपुर सहित भिलाई और दुर्ग में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए स्माॅग टाॅवर लगाने का फैसला शासन ने लिया है। राजधानी में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने राज्य सरकार से प्रस्ताव मांगा था। इसके बाद नगरीय प्रशासन विभाग की ओर से डिटेल रिपोर्ट भेजी गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने बड़ी राशि जारी कर दी है। इसके अंतर्गत राजधानी में टाटीबंध और तेलीबांधा जैसे बड़े चौराहों जहां ज्यादा धूल उड़ती है, वहां स्मॉग टॉवर लगाए जाएंगे। इसके लिए 100 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार है जिसकी पहली किस्त के तौर पर केंद्र सरकार ने 50 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। इस योजना के तहत तीनों शहरों में स्माॅग टावर के साथ-साथ भीड़भाड़ वाले चौराहों पर एयर प्यूरीफायर और फौव्वारे लगेंगे, ताकि ये धूल-धुअां खींच सकें और हवा शुद्ध हो। राजधानी में बड़े स्माॅग टाॅवर टाटीबंध चौक और तेलीबांधा चौक पर लगाने का प्रस्ताव है।
क्या काम करता है स्मॉग टावर
स्मॉग टावर एक बहुत बड़ा एयर प्यूरीफायर है। यह अपने आसपास से प्रदूषित हवा या उसके कणों को सोख लेता है और फिर वापस पर्यावरण में साफ हवा छोड़ता है। इनमें से कुछ को सोलर पावर से भी चलाया जा सकता है। यह स्मॉग टावर की कपैसिटी पर निर्भर होता है।
देश के कई मेट्रो में प्रदूषण कम करने के लिए एयर स्मॉग टावर व एयर प्यूरीफायर लगाया गया है। प्यूरीफायर 500 मीटर के रेडियस में हवा से पर्टिकुलेट मैटर्स-2.5 और पर्टिकुलेट मैटर्स-10 (पीएम) को सोखेगा, जिससे हवा साफ होगी और एयर क्वालिटी इंडेक्स तय सीमा यानी 50 प्वाइंट या इससे भी कम रहेगा।