गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में शैलेंद्र नाम का बालक आज 1 दिन के लिए कलेक्टर बनेगा। यह अपने आप में ही बहुत अनोखा मामला है। यह बालक प्रोजेरिया नामक लाइलाज बीमारी से ग्रसित है। इसने कलेक्टर बनने की इच्छा जाहिर की थी।
जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने भी बालक के प्रति उनकी भावनाओं का सम्मान किया। उन्होंने सहृदयता दिखाते हुए इसके लिए अपनी सहमति दे दी और स्वयं भी बालक से मिलने की इच्छा जताई। अब आज एक दिन के लिए बालक शैलेंद्र को जिला गरियाबंद का कलेक्टर बनाया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें कि बालक सुबह 11.12 बजे के आसपास गरियाबंद पहुंचेगा फिर आज ही दोपहर में ही मुख्यमंत्री बघेल से भी शैलेंद्र की मुलाकात करवाई जाएगी।
यह बालक गरियाबंद जिले के छुरा के मेढकी डबरी गांव का निवासी है। इसे एक गंभीर बीमारी है। अपनी जटिल और लाइलाज बीमारी की वजह से 16 की उम्र में ही वह बुजुर्ग की तरह दिखाई देता है। अब शैलेंद्र के शरीर पर झुर्रियां आने लगी हैं। उसके सारे बाल झाड़ गए हैं और सर बहुत बड़ा हो गया है। प्रशासन ने बालक को 1 दिन का कलेक्टर बनाए जाने की पुष्टि की है।
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