रायपुर। राजधानी रायपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम शुक्रवार सुबह सब्जी खरीदी के लिए निकले। उनके साथ उनके सुरक्षाकर्मी भी थे और कांग्रेस के अन्य नेता भी। मरकाम दो झोले लेकर रायपुर के शास्त्री बाजार में पहुंचे।
उन्होंने पहले 50 रुपए की बरबटी खरीदी। फिर जब टमाटर लेने के लिए आगे बढ़े तो उन्होंने सब्जी वाले से पूछा 60 रुपए किलो टमाटर क्यों बेच रहे हो। सब्जीवाले ने कहा, ट्रक का भाड़ा बढ़ गया है, हमें थोक बाजार में ही सब्जी महंगी मिल रही है तो क्या करें। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रमुख मरकाम ने आलू प्याज धनिया सहित 400 रुपए में दो झोले सब्जी ली।
फिर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आम आदमी महंगाई के बोझ तले दब गया है। यहां महंगाई के कारण सब्जी खरीदने वाले भी परेशान हैं और बेचने वाले भी। हम इस तरह महंगी सब्जियां खरीदकर महंगाई के प्रति अपना विरोध जता रहे हैं।
मरकाम ने इस महंगाई के लिए केंद्र की मोदी सरकार को दोषी ठहराया। आगे मरकाम ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा दिए। इस वजह से सब्जियों के दाम बढ़ गए। पहले 10 रुपए की भाजी पूरे परिवार को हो जाता था अब 20 रुपए में केवल दो जोड़ी मिल रही है।
मोहन मरकाम ने आगे कहा कि जब मोदी प्रधानमंत्री बने उसके कुछ दिनों बाद ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के दामों में भारी गिरावट आई थी। जिसे मोदी जी अपनी किस्मत का नतीजा बताते थे। तो बताईये कि अब किसकी किस्मत खराब है? जो बिना वजह जनता को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है? मोदी और भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है।
मोदी सरकार के बीते 7 साल के कार्यकाल में आम जनता रोजी मजदूरी करने वाले कामकाजी महिलाएं, छोटे फुटकर व्यवसायी प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले रिक्शा चालक, दिहाड़ी मजदूरों की आय घट गई है, बहुतों की नौकरियां भी छूटी हैं।