सूडान में आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी: संयुक्त राष्ट्र
72 घंटे का युद्धविराम सोमवार आधी रात से प्रभावी हो गया
संयुक्त राष्ट्र। युद्धविराम के बावजूद सूडान में आवश्यक वस्तुओं की कमी होती जा रही है, इससे कीमतें बढ़ रही हैं, जबकि विस्थापित लोग सीमाओं की ओर बढ़ रहे हैं। यह बात संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादियों ने कहा है। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि 72 घंटे का युद्धविराम सोमवार आधी रात से प्रभावी हो गया और मंगलवार को जारी रही।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचस) ने कहा कि उसे रिपोर्ट मिली है कि नागरिकों का खार्तूम, उत्तरी, ब्लू नाइल, उत्तरी कोडरेफन, उत्तरी दारफुर, पश्चिम दारफुर और दक्षिण दारफुर राज्यों से पलायन जारी है। लोग सीमा पार कर आसपास के देशों में भी जा रहे हैं।
कार्यालय ने कहा, 10 दिनों की लड़ाई के बाद, भोजन, पानी, दवाओं और ईंधन की बेहद गंभीर कमी होती जा रही है, खासकर खार्तूम और आसपास के इलाकों में। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है। ओसीएचए ने कहा कि खार्तूम की सीमा से लगे अज जजीरा राज्य के वाड मदनी में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में 40 से 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य देखभालगंभीर रूप से प्रभावित हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लड़ाई शुरू होने के बाद से स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं पर 14 हमलों की पुष्टि की है।
ओसीएचए ने कहा, हम और हमारे सहयोगी जब भी और जहां भी संभव हो, डिलीवर करना जारी रखते हैं। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष लोगों को जीवन रक्षक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने, सुरक्षित जन्म के लिए आपूर्ति वितरित करने और दाइयों के एक नेटवर्क के माध्यम से प्रसूति संबंधी आपात स्थितियों का प्रबंधन जारी रखे है।
कार्यालय ने कहा, नागरिक समाज नेटवर्क चिकित्सा सहायता जुटाना, भोजन और पानी वितरित करना और नागरिकों की सहायता करने में सहयोग कर रहा है।सूडानी सेना के दो गुटों के बीच 15 अप्रैल को राजधानी शहर खार्तूम में लड़ाई छिड़ गई और देश के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से फैल गई। सूडानी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि अब तक 400 से अधिक लोग मारे गए हैं और 4,000 से अधिक घायल हुए हैं।