दिनभर के काम और थकान के बाद लोग रात का खाना बड़े आराम से खाते हैं। इस चक्कर में बहुत से लोग डिनर भारी करते हैं और अगले दिन की शुरुआत चाय या कॉफी से करते हैं। यह वो समय होता है जब आपको किसी भी काम की चिंता नहीं रहती है। लेकिन भले ही आप कितने भी रिलैक्स क्यों न हों, खानपान को लेकर बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रात में अगर खानपान की आदतों पर ध्यान नहीं दिया गया तो डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। रात में भी देर से डिनर करने से लेकर सोने से तुरंत पहले खाना खाने से मोटापा, दिल की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। ये आदत सेहत को हर तरीके से नुकसान पहुंचाती है। तो आइए, जानते हैं ऐसी कुछ चीजों के बारे में जो सोने से तुरंत पहले बिल्कुल नहीं खानी चाहिए वरना सोने में दिक्कत के साथ-साथ कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं।
फ्राइड फूड्स- हाई कैलोरी वाले फूड्स जैसे पोटैटो चिप्स, फ्रेंच फ्राइज और बर्गर खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है। इन चीजों को डिनर में खाने से वॉटर रिटेंशन जैसी समस्या हो सकती है। विशेषकर हार्मोन में बदलाव की वजह से महिलाओं को यह दिक्कत ज्यादा होती है।
वॉटर रिटेंशन एक ऐसी समस्या है जिसमें शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी जमा हो जाता है। डॉक्टर के मुताबिक, वॉटर रिटेंशन के कारण अगले दिन सुबह उठने के बाद आपको स्किन बहुत टाइट महसूस होती है। लेकिन कुछ समय बाद ये अपने आप धीरे-धीरे नॉर्मल होने लगता है। वॉटर रिटेंशन के कारण हाथ-पैरों में भी सूजन आने लगती है। इसके अतिरिक्त पैरों का दर्द भी बढ़ जाता है।
मसालेदार खाना- अगर आप लेट डिनर कर रहे हैं तो ऐसे में आपको किसी भी तरह के मसालेदार खाने से बचना चाहिए। सोने से तुरंत पहले इस तरीके का खाना खाने से आपका पाचन तंत्र खराब हो सकता है जिससे खाना पचाने में दिक्कत हो सकती है।पेट खराब होने का सीधा असर आपकी नींद पर भी पड़ सकता है।
मीठा खाना- कई लोगों को डिनर के बाद कुछ मीठा खाना होता है। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि सोने से पहले मीठा खाने से कई तरह की परेशानियां हो सकती है। रात में मीठा खाने का असर इंसुलिन रेजिस्टेंस पर पड़ता है। डिनर के बाद किसी भी तरह की फिजिकल एक्टिविटी नहीं हो पाती है। एक समय के बाद इंसुलिन रेजिस्टेंस डायबिटीज की संभावना भी बढ़ा देती है।
चाय या कॉफी- रात में खाने के बाद कई लोगों को चाय या कॉफी पीने की आदत होती है। विशेष तौर पर देर रात तक काम करने या फिर पढ़ाई करने वालों में ये आदत ज्यादा देखी जाती है। चाय या कॉफी पीने से आप थोड़ी देर के लिए भले ही एक्टिव महसूस कर सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ऐसा करने से ये आदत इंसोम्निया, चिंता या खराब नींद का भी कारण बन सकती है।
अल्कोहल- रात में कभी शराब नहीं पीना चाहिए। रात में शराब पीने का असर सीधे तौर पर दिमाग पर पड़ता है। नर्वस सिस्टम पर असर पड़ने से ब्रेन एक्टिविटीज धीमी हो जाती हैं। अक्सर देर रात शराब पीने से स्लीपिंग क्वालिटी बहुत ही खराब हो जाती है और नींद भी पूरी नहीं होती है। इसके अतिरिक्त ये शरीर में ग्लूकोज की भी कमी कर देता है जिसकी वजह से शरीर अंदर से कमजोर और बीमार होने लगता है।
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