छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में हुई हिंसा के आरोपियों की पुलिस को कई दिनों से तलाश थी। अब जाकर मंगलवार को रिकार्ड में फरार चल रहे दुर्गेश देवांगन और प्रह्लाद साहू को पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर कवर्धा पहुंच गई है। कवर्धा के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि जिले में 3 व 5 अक्टूबर के दौरान दो गुटों के बीच विवाद हुआ और फिर उस विवाद ने इतना बड़ा रूप ले लिया। उसमें दुर्गेश देवांगन और प्रह्लाद साहू मुख्य रूप से शामिल थे।
कई टीमें जुटी थी तलाश में
एसपी मोहित गर्ग के मुताबिक, कई दिनों से कबीरधाम पुलिस टीम इन दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस ने कई बार अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। पुलिस टीम अलग-अलग क्षेत्र एवं जिले से बाहर लगातार मुखबिर सूचना एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर सर्चिंग में जुटी हुई थी।
इसी बीच पुलिस को दुर्गेश और प्रह्लाद के रायपुर में होने की सूचना एवं लोकेशन प्राप्त हुई। पिछले कुछ दिनों से लगातार पुलिस रायपुर में इनकी तलाश कर रही थी। आरोपियों को रायपुर के सेजबहार थाना अंतर्गत शहनाई मार्केट हाल शदानी दरबार के पास से गिरफ्तार किया गया।
झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद
जानकारी के लिए बता दें कि पूरा विवाद वार्ड नंबर 27 के लोहारा नाका चौक इलाके में झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था। कुछ युवकों ने 3 अक्टूबर की दोपहर अपना झंडा चौराहे पर लगा दिया। इस बात को लेकर दो गुटों के युवकों के बीच झगड़ा हो गया। वे सड़क पर लाठी-डंडे लेकर उतर आए। एक दूसरे को बहुत पीटा। यहां तक कि पत्थरबाजी भी हुई।
पुलिस के सामने भीड़ ने युवक को पीटा
पुलिस की आंखों के सामने ही भीड़ ने एक युवक पीटा। मारपीट में 8 लोग घायल हो गए। कवर्धा के अस्पताल में इनका ईलाज कराया जा रहा है। सोमवार को शांति समिति की बैठक भी बुलाई गई थी।
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