बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित सिम्स के लेबर वार्ड के पास सेप्टिक पाइप के नीचे भ्रूण मिला। इससे अस्पताल में सनसनी फैल गई। बाद में पता चला कि भ्रूण गर्भ में खराब हो गया था।
इस वजह से डॉक्टरों ने मृत अर्धविकसित भ्रूण की डिलीवरी करके उसे प्रसूता की सास को सौंप दिया था। लेकिन उसकी लापरवाही की वजह से ही भ्रूण सेप्टिक पाइप में चला गया। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक, तखतपुर के ग्राम भरारी में रहने वाली राशि बघेल को गुरुवार की सुबह पेट दर्द की शिकायत पर उपचार कर लिए सिम्स लाया गया। उसके गर्भ में चार महीने का भ्रूण था। मगर उसके पेट में दर्द की शिकायत हो रही थी।
अस्पताल में जब चिकित्सकों ने जांच किया तो उसे तत्काल सोनोग्राफी कराने को कहा। सोनोग्राफी रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि भ्रूण खराब हो चुका है , जो अर्धविकसित भी है। उसे निकालना आवश्यक हो गया है।
जब हालत बिगड़ने लगे तो रात साढ़े नौ बजे सर्जरी से भ्रूण को निकाला गया। फिर उसे महिला की सास भवन बाई को दे दिया। लेकिन सास भ्रूण को रखे हुए ही बाथरुम में पहुंची। उसकी इस लापरवाही के चलते जहां भ्रूण हाथ से फिसल गया। मामले में कोतवाली पुलिस मर्ग कायम करते हुए जांच में जुट गई है।