सुकमा। छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध तो है ही लेकिन साथ ही नक्सली घटनाएं भी यहां काफी ज्यादा होती रहती हैं। ऐसे में यहां नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार ने कई अभियान शुरू किए हैं।
सरकार की पुनर्वास नीति के साथ ही जिले में चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर रविवार को 24 नक्सलियों ने सरेंडर किया। बता दें कि इन आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 10 महिला नक्सली भी शामिल हैं।
किस्टारम थाना क्षेत्र के तहत आने वाले पोटकपल्ली में नए सीआरपीएफ कैंप की स्थापना की गई है। रविवार को यहां कैंप और पुलिस के अधिकारियों द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। इस मौके पर पोटकपल्ली के 100 से 120 ग्रामीणों ने नक्सली संगठन से जुड़े 24 सदस्यों को कैंप में लाकर आत्मसमर्पण करवाया।
सुकमा में नक्सलियों का आत्मसमर्पण
सुरक्षाबल के अधिकारियों ने जानकारी दी कि लगातार जिले में नक्सल विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। यहां तक कि नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील भी की जा रही है। पुलिस द्वारा सरकार की पुनर्वास नीति से होने वाले फायदे को हर एक जनता तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
जिले में चलाए जा रहे पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शुरुआत) से प्रभावित होकर 24 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। बताया जा रहा है कि सरेंडर करने वाले नक्सली किस्टाराम में अलग-अलग नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं। सभी समर्पित नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि दी गई है। सरकार की पुनर्वास नीति की सुविधा भी जल्दी दी जाएगी।