बाड़मेर। पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित बाड़मेर में हुई एक शादी पूरे राज्य में चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां एक दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने हेलीकॉप्टर से अपने शहर रामदेवरा पहुंचा। जब दूल्हे से बारात लाने के इस अलग और महंगे तरीके के बारे में पूछा गया तो उसने जवाब दिया कि ‘मेरी तीन बहनों की इच्छा थी कि भाभी को हेलिकॉप्टर से लाया जाए। उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए मैं जैसलमेर के रामदेवरा से हेलीकॉप्टर से अपनी दुल्हन को लेकर बाड़मेर आया हूं।
जानकारी के अनुसार बाड़मेर शहर के गांधीनगर निवासी शिक्षक बजरंग सिंह के इकलौते बेटे राजेंद्र सिंह की शादी रामदेवरा के नारायण सिंह की बेटी संतोष से हुई है। शादी के बाद दूल्हे राजेंद्र सिंह ने दुल्हन के साथ रविवार को रामदेवरा से हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी। नारायण सिंह वरिष्ठ शिक्षक हैं। उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। दूल्हे का हेलीकॉप्टर जैसे ही रामदेवरा में उतरा, वहां उसे देखने वालों की भीड़ लग गई।
परिवार ने पलकें बिछाकर किया बहू का स्वागत
शादी संपन्न होने के बाद रविवार को दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से बाड़मेर ले गया। बाड़मेर में, दुल्हन के परिवार ने पलक झपकते ही दुल्हन का गर्मजोशी से स्वागत किया। बाड़मेर में भी लोग हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर देखने के लिए जमा हो गए। बाड़मेर शहर के महाबार स्थित हेलीपैड पर उनका स्वागत करने पहुंचे समाजसेवी रिदमल सिंह दांता के अनुसार यह पल गौरवपूर्ण था। बाड़मेर में लगातार हो रहे बदलाव की तस्वीर सकारात्मक बदलाव ला रही है।
बेटियों की मुराद पूरी करने को राजी परिजन
बजरंग सिंह का एक बेटा और 3 बेटियां हैं। एमबीबीएस कर रहे दूल्हे की तीनों बहनों की इच्छा थी कि उनकी भाभी हेलीकॉप्टर से आएं। बेटियों की इस इच्छा को पूरा करने के लिए पूरा परिवार राजी हो गया और दुल्हन को हेलीकॉप्टर से ले आया। एमबीबीएस कर रहे दूल्हे डॉ राजेंद्र सिंह के मुताबिक उन्होंने बहनों की इच्छा का सम्मान करते हुए यह कदम उठाया है।
यह मौका छह महीने में दूसरी बार आया है।
समय के साथ बदलते बाड़मेर में ऐसा नहीं है कि यहां पहली बार कोई दुल्हन हेलीकॉप्टर से आई है। यहां पहले भी ऐसा हो चुका है। पिछले 6 महीने में यह दूसरा मौका है जब दुल्हन हेलीकॉप्टर से अपने ससुराल आई है। समय के साथ तालमेल बिठाते हुए पिछले वर्षों में बाड़मेर में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। एक तरफ जहां बाड़मेर का इंफ्रास्ट्रक्चर बदल रहा है, वहीं लोगों की सोच में जबरदस्त बदलाव आ रहा है।
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