वास्तु शास्त्र हमारे दैनिक जीवन की गतिविधियों और वस्तुओं के संयोजन से कई प्रकार के लाभ पा सकते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, अगर किसी घर में वास्तु से जुड़ा कोई भी दोष पाया जाता है तो वहां पर बहुत सारी परेशानियां, ढ़ेर सारी बीमारियां, धनहानि, अपनों के बीच मनमुटाव और विवाद घर कर जाते हैं।
इन सब परेशानियों के अतिरिक्त ये भी देखने को मिलता है कि कभी कभी तो व्यक्ति दिन और रात दोगुनी चौगुनी मेहनत करता है किंतु उसे उसके मेहनत का फल ही नहीं मिल पाता। वह अपनी मेहनत से वैसी सफलता नहीं प्राप्त कर पाता जैसी उसको उम्मीद रहती है। ये वास्तु उपाय हमारी जिंदगी के परेशानियों को दूर करने में कारगर होते हैं। अब हम आप सबको दस ऐसे वास्तु शास्त्र के उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपकी जिंदगी में खुशियाँ भार जाएंगी। ये उपाय आपके जीवन में खुशियों के रंग घोल सकते हैं।
1. जब आप सुबह घर की सफाई करते हैं तो सफाई के पश्चात हल्दी को पानी में घोल लें। फिर इस घोल को एक पान के पत्ते की मदद से अपने पूरे घर में छिड़क दें, एस करने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है और शांति भी बनी रहती है। इसी तरह से घर में सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करने से सारी जितनी नकारात्मक शक्तियां होती हैं वे सब दूर हो जाती हैं।
2. बता दें कि अगर कोई धार्मिक पुस्तक गलत दिशा में रखी गईं हो तो यह वास्तु दोष का कारण बन जाती हैं। इसलिए मान्यता है कि पुस्तकों को वास्तु के अनुसार ही रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार धार्मिक पुस्तकों और ग्रंथों को हमेशा पश्चिम की तरफ ही रखा जाना चाहिए। अगर हम धार्मिक पुस्तकों को किसी दूसरी दिशा में रखते हैं , बेड के अंदर रखते हैं अथवा गद्दे या तकिये के नीचे रखते है तो इसे शुभ नहीं माना जाता।
3. हमे अपने घर के मन्दिर में रोज एक घी का दीपक जलाना चाहिए । रोज घंटी बजाना चाहिए । ऐसा करने से सभी नकारात्मक ऊर्जा घर से निकल जाती है।
4. कुछ इसी प्रकार से हमारे द्वारा घर में शंख रखे जाने और बजाने से घर का वास्तु दोष दूर हो जाता है। इसके अलावा घर के पूजा-स्थल में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गई चीजों को दूसरे दिन ही हटा देना चाहिए और भगवान को नया ताजा फूल माला अर्पित करना चाहिए। पूजा घर में भी देवताओं के चित्र कभी भी आमने-सामने नहीं होने चाहिए ऐसा करने से बड़ा दोष उत्पन्न हो जाता है।
5. घर में सफाई हेतु रखी जाने वाली झाडू को कभी भी दरवाजे के पास नहीं रखना चाहिये। झाडू में बार बार पैर लगना धन-नाश का कारण होता है।