जोधपुर। जोधपुर के नांदड़ी गांव में शुक्रवार को एक 17 साल की एक किशोर ने अपना बाल विवाह रुकवाया। नाबालिग युवती ने अपनी शादी रोकने के लिए संरक्षण आयोग से मदद की अपील की थी। गुरुवार को नाबालिग ने आयोग को फोन मिलाया। इसपर आयोग ने पुलिस को इसकी सूचना दी। किंतु पुलिस घर पर आकर परिजनों से बात कर चली गई।
आखिर में नाबालिग ने शुक्रवार को दोबारा आयोग में फोन लगाया और उन्हें घर में चल रहे विवाह के गीतों की आवाज सुनाई। उसने कहा- ‘आपको गीतों की आवाज आ रही होगी, बस कुछ ही देर में मेरी शादी हो जाएगी। मेरी शादी रुकवा दो। मेरे साथ जबरदस्ती की जा रही है।’
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने इस बार जिला कलेक्टर को इसकी जानकारी दी। बनाड एसएसओ सहित टीम मौके पर पहुंचकर नाबालिग को बनाड थाने लेकर आई। फिर उन्होंने लड़की बाल संरक्षण आयोग को सौंप दी। असल में, नाबालिग की बहन की शादी कराई जा रही थी। लेकिन परिवार वाले साथ में छोटी बहन की भी शादी करवा रहे थे।
जब 17 साल की नाबालिग ने शादी का विरोध किया तो भी घरवाले अपनी जिद पर अड़े रहे। जिस युवक से नाबालिग की शादी हो रही थी वह युवक 25 साल का था। नाबालिग ने संगीता बेनीवाल से कहा कि पुलिस एक दिन पहले उनके घर आई थी, किंतु घरवालों से बात कर वह चली गई। पुलिसवालों ने परिजनों से कहा कि समय बदलकर शादी कर देना।
नाबालिग का रेस्क्यू
बता दें कि नांदडी गांव में लड़की के घर कल यानि शुक्रवार को मायरा भरने और घी पिलाने की रस्म थी। जब मौके पर टीम के पहुंची तो उस दौरान पर लड़की को घी पिलाया जा रहा था। पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए नाबालिग को रेस्क्यू किया। घरवालों ने इसका कोई विरोध नहीं किया। नाबालिग को पुलिस थाने लाया गया। उसे वहां उसकी मर्जी से बाल विकास केंद्र में रखने की बात चल रही है।
पुलिस ने कहा समय बदलकर शादी कर देना
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल के मुताबिक, नाबालिग ने पहले गुरुवार को आयोग से फोन मिलाया था। इस पर पुलिस को इसकी सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि लड़की को वापस फोन पर संपर्क करना चाहा तो उसका फोन नहीं लग रहा था। हो सकता है लड़की से फोन ले लिया गया हो। उन्होंने कहा कि आज सवेरे बाल विवाह का मैसेज आया। इस पर जब उसी नम्बर पर कॉल किया तो पता चला कि कल वाली बात की लड़की है। जब उससे पूछा कि कार्रवाई नहीं हुई क्या अब तक तो उसने कहा पुलिस आई थी लेकिन उसने घरवालों से कहा समय बदल कर शादी कर देना। फिर चली गई।
अब इसके बाद कल आयोग ने जोधपुर कलेक्टर को कॉल किया। इसपर उन्होंने तुरंत टीम एक्टिव की और उन्हें नाबालिग को छुड़वाने भेज दिया। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष धनपत गुर्जर, सदस्य लक्ष्मण परिहार, शशी वैष्णव, किशोर गृह के अधिकारी बीएल सारस्वत, बनाड थानाधिकारी सीताराम खोजा एएसआई तेजाराम ने मौके पर पहुंच कर नाबालिग को छुड़वाया और कार्रवाई की।
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