मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां महू में प्लाईवुड व्यापारी के बेटे ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए की फर्जी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट बनवा ली। शख्स ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कोविड-19 की फर्जी पॉजिटिव रिपोर्ट तैयार कर उसको भेज दी और पत्नी को बोला कि वो कोविड केयर सेंटर में एडमिट है। 1 महीने बीत जाने पर पत्नी को शक हुआ, जिसके बाद में मामले का खुलासा होने पर युवक यानी पति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इंदौर के छोटी ग्वालटोली पुलिस थाने के प्रभारी संजय शुक्ला ने सोमवार को बताया कि इस जालसाजी के खुलासे पर शहर की एक निजी प्रयोगशाला की शिकायत पर 26 वर्षीय व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 469 (किसी फर्म की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के इरादे से जालसाजी) और अन्य संबद्ध प्रावधानों के तहत आपराधिक मामला हाल ही में दर्ज किया गया है। यह व्यक्ति नजदीकी कस्बे महू का रहने वाला है।
उन्होंने बताया, “आरोपी की फरवरी में शादी में हुई थी। लेकिन निजी समस्याओं के चलते उसने अपनी नवविवाहिता पत्नी से दूरी बना रखी थी। इस बात को लेकर पति-पत्नी में अनबन भी चल रही थी।” शुक्ला ने बताया कि आरोपी ने इंदौर की एक निजी प्रयोगशाला की वेबसाइट से अन्य व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट डाउनलोड की और जालसाजी के जरिये इसमें अपना नाम लिख दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने यह जाली रिपोर्ट वॉट्सऐप के जरिये अपनी पत्नी तथा पिता को भेज दी और किसी को बिना बताए घर से गायब हो गया।
शुक्ला ने कहा, “आरोपी की जाली रिपोर्ट मिलते ही उसके परिजनों का माथा ठनका क्योंकि उसे कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं थे। बाद में परिजनों द्वारा निजी प्रयोगशाला से जानकारी लिए जाने पर इस व्यक्ति की जालसाजी का खुलासा हुआ।” थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में विस्तृत छानबीन जारी है और आरोपी को ढूंढे जाने के बाद उसे नोटिस दिया गया है कि जांच में उसकी जब भी जरूरत होगी, वह पुलिस के सामने हाजिर हो जाएगा।
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