गुप्तचर विशेष
आखिर इस महिला ने ऐसा क्या किया? जो बन गई भारत की सबसे लंबी सजा काट रही महिला कैदी, पढ़ें ये दिलचस्प कहानी
(गुप्तचर विशेष) पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई 1991 में एक मानव बम द्वारा हत्या कर दी गई थी, जिसमे नलिनी श्रीहरन का भी सहयोग था। नलिनी को राजीव गांधी की हत्या में उनकी भूमिका के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। वह पिछले 30 साल से जेल की सजा काट रहीं हैं। हत्या के बाद कई दिनों तक नलिनी छिपी रहीं और 15 जून 1991 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
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हत्या में उनकी भूमिका का खुलासा एक स्थानीय फोटोग्राफर एस.हरिबाबू द्वारा क्लिक की गई तस्वीरों की मदद से हुआ। हरीबाबू की भी विस्फोट में मौत हो गई थी।
नलिनी के पति मुरुगन हैं जो एक LTTE (लिबरल टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) ऑपरेटिव व राजीव गांधी हत्या मामले में शामिल थे। इस हत्याकांड में दोनों के साथ और 5 आरोपियों को मौत की सजा सुनाई गई थी।
हालाँकि, सन् 2000 में, राजीव गांधी की विधवा और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी द्वारा जेल में पैदा हुई नलिनी की बेटी के खातिर क्षमादान की गुहार लगाने के बाद उनकी मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया।