बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में विश्व आदिवासी दिवस के दिन सोमवार को नक्सली कमांडर राजू कारम ने अपनी पत्नी सुनीता कारम के साथ सरेंडर कर दिया। इन दोनों के ऊपर 8-8 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। ये दोनों सरेंडर करने वाले नक्सली दंपत्ति सुकमा जिले के निवासी हैं। दोनों पति-पत्नी साथ में नक्सलियों की ओडिशा और तेलंगाना स्टेट ब्यूरो के लिए काम किया करते थे। दोनों ने सरेंडर किया और सरेंडर करने के बाद नक्सली कमांडर राजू ने कहा कि अब क्रांति के लिए लड़ने वाले नक्सली बदल चुके हैं और इस वजह से अब उनका साथ छोड़ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, राजू कारम नक्सलियों की ओडिशा स्टेट कमेटी के अंतर्गत कालाहांडी-कंधमाल-बोध-नयागढ़ डिविजन और तेलंगाना स्टेट कमेटी में सेंट्रल रिजनल ब्यूरो में प्रोटेक्शन ग्रुप के कमांडर थे। उनकी पत्नी सुनीता कारम (21) भी उनके साथ ही काम किया करती थी। लेकिन अब उन्होंने पुलिस को सरेंडर करने का फैसला लिया। उन दोनों नक्सली दंपत्ति ने CRPF DIG कोमल सिंह, बीजापुर SP कमलोचन कश्यप, CRPF 85वीं बटालियन कंमाडेंट यादवेन्द्र सिंह यादव और एडिशनल SP डॉ. पंकज शुक्ला के सामने सरेंडर किया।
नक्सली विचारधारा से प्रभावित होकर किया था संगठन ज्वाइन
बता दें कि नक्सली कमांडर राजू कारम की नक्सली संगठन में ज्वाइन करने की मुख्य वजह थी नक्सलियों की विचारधारा। साल 2013 में वे नक्सलियों की विचारधारा से प्रभावित हो गए और उन्होंने संगठन ज्वाइन कर लिया। संगठन ज्वाइन करने के दौरान उसे नक्सली लीडर जंपन्ना उर्फ जगु नरसिम्हा रेड्डी का गार्ड बनाकर ओडिशा भेज दिया गया था। साल 2017 तक उसने वहां भी काम किया।आगे राजू कारम ने बताया कि उसने माओवाद का रास्ता देश में क्रांति लाने वाले वामपंथी विचारधारा से प्रभावित होकर अपनाया था। किंतु अब उनकी यानि नक्सलियों की विचारधारा बदल गई हैं। इसलिए अब उसने नक्सलवाद का साथ छोड़ दिया है।
नक्सली लीडर हरिभूषण के साथ काम करने भेज दिए गए तेलंगाना
साल 2017 में राजू कारम को नरसिम्हा रेड्डी द्वारा तेंलंगाना स्टेट कमेटी के प्रभारी और नक्सली लीडर हरिभूषण के साथ कार्य करने के लिए भेज दिया गया। यहां काम करने के बाद उसे सेंट्रल रिजनल ब्यूरो में प्रोटेक्शन ग्रुप में कमांडर बना दिया गया जहां उसकी पत्नी सुनीता कारम भी सेंट्रल रिजनल ब्यूरो में सदस्य के रूप में कार्यरत थी। उसकी पत्नि ने 2014 में संगठन ज्वाइन किया था। दोनों की मुलाकात 2015 में नरसिम्हा रेड्डी के गार्ड ड्यूटी के दौरान हुई।तभी से ही दोनों एक दूसरे के साथ हैं।
दोनों इन वारदातों में हैं शामिल
1. राजू और संगीता फरवरी, जून 2015 व मई, जुलाई 2016 में ओडिशा के कंधमाल व कालाहंडी में मुठभेड़ में शामिल थे।
2. दिसंबर 2017 में हुए फरसेगढ़ मुठभेड़ में भी दोनों शामिल थे। इस मुठभेड़ में प्लाटून कमांडर संदीप कुरसम उर्फ पर्व घायल हो गए थे।
3. कांकेर के कर्रेगुट्टा पहाड़ में ग्रेहाउंडस तेलंगाना पुलिस के साथ मार्च 2018 में मुठभेड़ हुआ था इसमें भी दोनों शामिल थे। इस घटना में 9 नक्सली मारे गए थे और एक जवान शहीद हो गया।
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