एयर इंडिया (AI-111) की फ्लाइट को सोमवार को दिल्ली एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली थी। लेकिन टेक-ऑफ से पहले विमान के बिजनेस क्लास में चीटियों का झुंड दिखाई दिया जिसकी वजह से विमान के टेकऑफ को रद्द कर दिया गया। फ्लाइट में चीटियों के झुंड दिखने के बाद सभी यात्रियों को दूसरे विमान में शिफ्ट किया गया ताकि किसी भी यात्री को कोई समस्या ना हो। विमान में भूटान के राजकुमार भी यात्रा कर रहें थे।
इससे पहले भी सऊदी अरब के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के एक विमान के शीशे में दरार आने पर आपात स्थिति में तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर लैंडिंग करवानी पड़ी थी। तिरुवनंतपुरम हवाईअड्डे के निदेशक सी वी रवींद्रन ने बताया था कि पायलट समेत चालक दल के सभी लोग सुरक्षित हैं। यदि उड़ान पूर्व जांच में दरार का पता चला होता तो विमान उड़ान नहीं भरी होती और इसलिए उड़ान के दौरान ही दरार आई होगी। इस विमान को ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत भारतीय यात्रियों के साथ सऊदी अरब के दममान से वापस आना था।
साथ ही पिछले साल दुबई से आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान छह सदस्यीय चालक दल के 190 लोगों के साथ सात अगस्त 2020 को भारी बारिश के बीच कोझिकोड हवाई अड्डे पर लैंडिंग करते समय हवाई पट्टी से आगे निकल गई थी। जिससे विमान 35 फुट नीचे घाटी में गिर गया। और दो भाग में बंट गया। जिससे 19 यात्रियों सहित दो पायलटों की मौत हो गई थी। हादसे में 165 यात्री और चालक दल के चार सदस्य घायल हो गए थे। विमान दुर्घटना के पांच दिन बाद विमान दुर्घटना जांच बोर्ड (एएआईबी) ने दुर्घटना की परिस्थितियों की जांच के लिए समिति का गठन किया था। लेकिन समिति ने अब तक अपनी रिपोर्ट जमा ही नहीं की है।