बीजेपी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को भी हटा दिया है। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने यूं ही नहीं चेहरा बदलने का दांव खेला है। नया नेता चुनने के लिए भाजपा ने गांधीनगर में रविवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है। लेकिन अभी उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया इसको लेकर अटकलबाजियों का दौर तेज है।
कहा जा रहा है कि विजय रूपाणी भाजपा के गुजरात विजय के प्लान में फिट नहीं बैठ रहे थे।आइए जानते हैं आखिर कौन सी वजहें रहीं, जिसके चलते विजय रूपाणी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। माना जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव है। मुख्यमंत्री बदलने से जनता की नाराजगी को कम किया जा सकेगा और कुछ उम्मीदें जागेंगी। इससे अगला चुनाव जीतने में मदद मिलेगी।
सरकार और संगठन में छत्तीस के आंकड़े
विजय रूपाणी के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने की सबसे बड़ी वजह प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल से मनमुटाव रही। पाटिल के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही दोनों के बीच बन नहीं रही थी। ऐसे में भाजपा आपसी मतभेद के कारण विधानसभा चुनाव गंवाना नहीं चाहती।
पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में बहुत मुश्किल से जीत हासिल की थी। इसके बाद किसी तरह चार साल तक मामला चला, लेकिन जबकि चुनाव को एक साल बचा है, पार्टी यहां कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी।
प्रभावी चेहरा नहीं बन सके
विजय रुपाणी पांच साल तक गुजारत के मुख्यमंत्री पद पर रहने के बावजूद राजनीतिक तौर पर अपना सियासी प्रभाव नहीं जमा सके। 2017 में भले ही विजय रुपाणी चेहरा रहे हैं, लेकिन चुनाव नरेंद्र मोदी के दम पर बीजेपी जीती थी।
विजय रूपाणी को फेस बनाकर पार्टी अगले चुनाव में नहीं उतरना चाहती थी। इसके पीछे एक बड़ी वजह थी गुजरात का जातीय समीकरण। रूपाणी कास्ट न्यूट्रल थे और उनके रहते पार्टी के लिए जातीय समीकरण साध पाना मुश्किल हो रहा था।
कौन होगा गुजरात का अगला मुख्यमंत्री?
बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात के डेप्युटी सीएम नितिन पटेल और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल में से कोई एक नया सीएम बन सकता है।