बड़ी खबर: लखीमपुर खीरी जा रही प्रियंका गांधी हिरासत में ली गईं, लाया गया पुलिस लाइन…
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार तड़के उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी पहुंचीं, जहां रविवार को किसानों के विरोध में एक कार की टक्कर के बाद हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई। पार्टी नेता दीपिंदर सिंह हुड्डा के साथ रविवार रात लखनऊ पहुंची प्रियंका गांधी ने पहले आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें वहां जाने से रोकने की कोशिश की।
कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट किया “श्रीमती प्रियंका गांधी ने #लखीमपुर में प्रवेश किया है, और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ जल्द ही शहीद परिवार से मुलाकात करेंगे ” कांग्रेस पार्टी के मीडिया प्लेटफॉर्म ने बाद में ट्वीट किया कि प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर हरगांव से सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया गया।
जिस तरह से इस देश में किसान को कुचला जा रहा है, उसके लिए लफ्ज़ ही नहीं हैं।
आज जो हुआ, वो दिखाता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है।
ये देश किसानों का देश है, भाजपाई विचारधारा की जागीर नहीं है : श्रीमती @priyankagandhi#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/Ov8lD7tepA
— Congress (@INCIndia) October 3, 2021
प्रियंका गांधी रविवार रात को लखनऊ पहुंची व 12 बजे के बाद लखीमपुर के लिए निकल गई। वह कौल हाउस पहुंची जहां पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट करने की। कोशिश की। रात 12 बजे वह कौल हाउस से बाहर आयीं और पुलिस से रोके रखने का काऱण पूछा।
इसके बाद वह यहां से पैदल ही चल पड़ीं और बालू अड्डे चौराहे के आगे जाकर गाड़ी में बैठ कर लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं। उनके साथ सांसद व स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी के अलावा अंशु तिवारी, मुकेश सिंह चौहान, लल्लन मिश्र समेत कई नेता हैं।
श्रीमती @priyankagandhi जी को हरगांव से गिरफ्तार करके सीतापुर पुलिस लाइन ले जाया जा रहा हूं, कृपया सभी लोग पहुंचे। pic.twitter.com/d0GClYamvr
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 3, 2021
चार किसानों समेत कुछ आठ की मौत
लखीमपुर के तिकुनिया इलाके में रविवार दोपहर को किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच में हिंसक झड़प हो गई। इसमें अब तक कुल आठ लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। दरअसल, यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब लखीमपुर खीरी में डिप्टी सीएम बीजेपी नेता आशीष मिश्रा रिसीव करने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान भिड़ंत शुरू हो गई। मारे गए लोगों में चार किसान और चार बीजेपी कार्यकर्ता हैं।
“मैं उन किसानों से महत्वपूर्ण नहीं हूं, जिनको तुमने मारा है।”@priyankagandhi जी के ये भाव बता रहे हैं कि वो किस दर्द और पीड़ा के साथ किसानों से जुड़ी हुई है और रातभर सड़कों पर उतरी है।
न्याय तो अब होकर रहेगा जोगी जी…#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/nc45BN9D9S
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
अधिकारियों के अनुसार, एक काफिले की चपेट में आने से चार किसानों की मौत हो गई और लखीमपुर खीरी में एक वाहन में सवार चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इलाके का दौरा करने से कुछ मिनट पहले हिंसा की सूचना मिली थी।
लखीमपुर खीरी जाते समय प्रियंका ने कहा कि अगर सरकार उनके खिलाफ बल प्रयोग करती है, तो यह दर्शाता है कि उन्होंने नैतिकता खो दी है। “मैं कोई अपराध करने के लिए अपने घर से बाहर नहीं आई हूं। मैं केवल पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही हूं और उनके आंसू पोंछ रही हूं। मैं क्या गलत कर रही हूं? और अगर मैं कुछ भी गलत कर रही हूं, तो आपके पास वारंट होना चाहिए,” “किसानों को जिस तरह से दबाया जाता है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। पिछले कई महीनों से किसान आवाज उठा रहे हैं, उनके साथ गलत किया जा रहा है, लेकिन सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है। आज की घटना यह साबित करती है कि सरकार किसानों के दमन की राजनीति कर रही है। यह किसानों का देश है और यह भाजपा की जागीर नहीं है। जमीन की सिंचाई किसानों ने की है।”
जिस तरह से इस देश में किसान को कुचला जा रहा है, उसके लिए लफ्ज़ ही नहीं हैं।
आज जो हुआ, वो दिखाता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने और खत्म करने की राजनीति कर रही है।
ये देश किसानों का देश है, भाजपाई विचारधारा की जागीर नहीं है : श्रीमती @priyankagandhi#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/Ov8lD7tepA
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