रायपुर। कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है लेकिन लोग इस कदर कोरोना गाइड लाइन की अनदेखी कर रहे हैं जैसे खतरा टल गया हो। लेकिन अब प्रशासन इसे लेकर सख्त कदम उठाने जा रही है। अब यदि कोरोना संक्रमितों ने किसी भी प्रकार की लापरवाही बरती तो उनपर एफआईआर दर्ज किया जाएगा।
अब आप सोंच रहे होंगे कि ऐसा क्यों? तो आपको बता दें कि ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत से ऐसे मरीज हैं जो पॉजिटिव आने के बाद अपना मोबाइल नंबर ही बंद कर देते हैं। कुछ मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने जिला प्रशासन का नंबर ब्लॉक कर दिया है। तो अब ऐसे में जिला प्रशासन को मरीजों की पहचान करने में परेशानियाँ आ रही हैं।
होम आइसोलेशन की नोडल अधिकारी डॉ. अंजली शर्मा ने बताया कि रायपुर में ज्यादातर मरीज एसिम्टोमैटिक मिल रहे है। इस कारण से मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधाएं दी जा रही है। मगर ऐसा देखा जा रहा है कि लोग या तो अपना नंबर गलत देते हैं, वरना नंबर ही ब्लॉक कर देते हैं। तो ऐसे लोगों से अपील है कि फोन उठाएं और सही नंबर दें। उन्हें सिर्फ 17 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि अब ऐसे मरीजों पर एफआइआर भी दर्ज किया जा सकता है। चूंकि कोरोना की दूसरी लहर भी लापरवाही के कारण फैली थी। अगर आम जनता सही नंबर नहीं देगी तो हम उनको ट्रेस कर उन पर एफआईआर दर्ज करेंगे।
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