रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के भाटागांव इलाके में सोमवार को पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रही सभी महिलाएं सहायक आरक्षक, होमगार्ड स्तर के जवानों की पत्नियां थीं।
वे उनके वेतन और प्रमोशन की मांग को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही थी, लेकिन इससे पहले ही इनके नेतृत्व करने वाले उज्जवल दीवान और उसके कुछ साथियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
इसपर महिलाओं ने उज्जवल की रिहाई की मांग की। उन्होंने बवाल खड़ा कर दिया। यहां तक कि गुस्से में उन्होंने सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा के साथ भी मारपीट की। प्रदर्शनकारी महिलाएं दिव्या पर टूट पड़ी और उन्हें पीटने लगी।
यह घटना मीडिया के कैमरे में कैद हो गई। इस दौरान महिलाओं ने आईपीएस रत्ना सिंह का कॉलर खींचा। बताया जा रहा है कि इस खींचतान में उनका बैच भी टूट गया।
इस मामले में दिव्या शर्मा ने रायपुर के डीडी नगर थाने में पहुंचकर शिकायत की। थाने में अज्ञात महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस परिवार के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे सामाजिक कार्यकर्ता राकेश यादव और दूसरे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा और बलवा का केस दर्ज किया गया है।
10 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इसमें पुलिस परिजनों का नेतृत्व करने वाले उज्जवल दीवान, नवीन राय समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें पत्रकार जितेंद्र भी शामिल है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस प्रदर्शन से जुड़ी कुछ महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया है।
सरकार का भरोसा
बता दें कि सहायक आरक्षक, होमगार्ड स्तर के जवानों के परिजन उनके वेतन और प्रमोशन के नियमों में बदलाव को लेकर पिछले माह से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में छत्तीसगढ़ के डीजीपी अशोक जुनेजा ने सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है।
इस रिपोर्ट पर जल्द फैसला लिया जाएगा। सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया गया है कि उन्हें सहायक आरक्षकों की तरह ही वेतन मिलेगा।
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