Lata Mangeshkar Death: महान गायिका लता मंगेशकर का रविवार की सुबह निधन हो गया। बीते दिन उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें फिर से वेंटिलेटर पर रखा गया था और वह लगातार डॉक्टरों की निगरानी में थीं।
दरअसल, 92 वर्षीय लता मंगेशकर को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज डॉक्टर प्रथम समदानी और एक टीम की देखरेख में चल रहा था। लेकिन वह अब इस दुनिया में नहीं है। राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है।
आप सभी को बता दें कि लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार आज शाम राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। भारत रत्न लता मंगेशकर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। लता मंगेशकर की याद में दो दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा। सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज दो दिनों तक आधा झुका रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर रविवार सुबह शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने दुख को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते। उन्होंने ट्वीट किया, लता दीदी ने अपने गीतों के जरिए विभिन्न भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने दशकों से भारतीय फिल्म जगत में आए बदलावों को नजदीक से देखा। फिल्मों से परे, वह भारत के विकास के लिए हमेशा उत्साही रहीं। वह हमेशा एक मजबूत और विकसित भारत देखना चाहती थीं।
मोदी ने कहा कि मैं अपना दुख शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। दयालु और सबकी परवाह करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। उनके निधन से देश में एक खालीपन पैदा गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। भावी पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मोहित करने की अद्वितीय क्षमता थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे लता दीदी से हमेशा बहुत स्नेह मिला। मैं उनके साथ की गई बातों को हमेशा याद रखूंगा। मैं और देशवासी लता दीदी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। मैंने उनके परिवार से बात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ओम शांति लता मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं।
लता मंगेशकर के निधन पर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया है।उन्होंने ट्वीट किया, “लता दीदी, धुन और संगीत की पूरक, अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली और मंत्रमुग्ध कर देने वाली आवाज से, न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हर पीढ़ी के जीवन को भारतीय संगीत की मिठास से भर दिया है। उन्हें रखना संभव नहीं है। संगीत की दुनिया में शब्दों में योगदान।
उनका निधन मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे समय-समय पर लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद मिलता रहा है। उनकी अतुलनीय देशभक्ति, मधुर आवाज और नम्रता के साथ, वह हमेशा हमारे साथ रहेंगी। मैं उनके परिवार और असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति शांति।” उनके अलावा कई बड़ी हस्तियों ने भी दुख व्यक्त किया है।
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