कहते हैं दुनिया में मां के प्रेम से बढ़कर कोई दूसरा प्रेम नहीं होता। मां अपने बच्चों की हर मुश्किल में ढाल बनकर खड़ी रहती है। लेकिन एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने मातृत्व शब्द को ही झकझोर कर रख दिया है।
गढ़वा जिले के श्रीबंशीधर नगर में प्रसव के बाद एक नवजात बच्ची को नौ हजार रुपये में बेच दिया गया। जैसे ही इस घटना की जानकारी पुलिस को हुई उसने मंगलवार को बच्ची को जिले के खरौंधी थाना क्षेत्र से बरामद कर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया। इसके बाद सीडब्ल्यूसी ने नवजात बच्ची को उसके माता-पिता के साथ उसके घर भेज दिया।
यह घटना 25 जून को श्रीबंशीधर नगर अनुमंडल अस्पताल में घटित हुई। बहरहाल, इस घटना में नवजात की मां सीता देवी ने बच्ची को नौ हजार रुपये में बेचने के आरोप से साफ इनकार कर दिया है।
नवजात बच्चे की मां ने कहा कि प्रसव के बाद वह होश में नहीं थी। जब उसे होश आया तो उसने बच्ची को अपने पास नहीं पाया। इसके बाद उसने अपनी मां से उसके बारे में पूछा। मां ने बताया कि सहिया उसे टीका दिलाने के लिए ले गई है। वहीं, सहिया ने कहा कि प्रसूता की मां को बच्ची के एवज में नौ हजार रुपये दिए गए हैं।
जब इस संबंध में खरौंधी थाना प्रभारी अभय कुमार से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने नवजात को थाना क्षेत्र के नवाडीह टोला से निसंतान दंपति दशरथ पासवान और प्रभा देवी के घर से बरामद किया है।
आगे उन्होंने बताया कि पूछताछ में दशरथ की पत्नी प्रभा देवी ने कहा कि सीता देवी और उसकी मां परिमनी देवी के साथ बातचीत करने के बाद उनकी सहमति से ही वह बच्ची को अपने घर ले आई। इससे पूर्व सोमवार को सहिया रीना देवी के साथ नवजात के पिता मनोज ठाकुर और उसके परिजन बच्ची को लाने दशरथ के घर गए थे। उस समय दशरथ और उसकी पत्नी ने बच्ची को वापस देने से मना कर दिया था। इसलिए दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई थी। बच्ची न मिलने की वजह से मनोज ठाकुर काफी निराश हो गया था। उसने मंगलवार की सुबह एसडीपीओ प्रमोद कुमार केसरी को मामले की जानकारी देकर बच्ची वापस दिलाने की गुहार लगाई थी।
सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष प्रणव कुमार ने घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची को बेचने का मामला सामने आया था। उसे सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया गया था। पूछताछ करने के बाद बच्ची को उनके जैविक माता-पिता के पास छोड़ दिया गया है। अब इस संबंध में पुलिस आगे की कानून सम्मत कार्रवाई करेगी।
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