आरोपी ऑडी कार से रायपुर में घूम-घूमकर ड्रग्स बेचा करते थे. इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम का एक सदस्य ग्राहक बनकर आरोपियों से मिला और उनके बारे में जानकारी जुटाने के बाद होटल में दबिश दी गई. आरोपियों के कब्जे से 2100 मिलीग्राम एमडीएमए और 6600 मिलीग्राम कोकीन सहित कई चीजें बरामद की गई हैं.
एमडीएमए और कोकीन बेचने के आरोप में 1 महिला सहित चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. आरोपियों ने अपनी पहचान छिपाने और पुलिस से बचने के लिए नेटफ्लिक्स की वेब-सीरिज मनी हाईस्ट से प्रभावित होकर सीरिज के किरदारों के नाम पर अपने नाम जैसे प्रोफेसर (आयुष अग्रवाल), लूसीफर (कुसुम हिंदुजा), बर्लिन एवं अन्य रखे थे. सभी एक-दूसरे को इन्हीं नामों से बुलाते थे. बताते चलें कि इस वेब सीरीज में मुख्य सरगना का नाम प्रोफेसर रहता है.
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 17 अलग-अलग छोटे जिप पॉलिथीन में रखे 2100 मिलीग्राम एमडीएमए और 6600 मिलीग्राम कोकीन, 1 इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 8 मोबाइल फोन, 86,000 रुपये कैश, 3 सोने की चेन, 1 लैपटॉप, 1 आईपैड, 3 एटीएम कार्ड, 1 सिम कार्ड और ऑडी कार बरामद की है. इन सबकी कुल कीमत लगभग 50 लाख रुपये आंकी जा रही है.
ग्राहक बनकर आरोपियों तक पहुंची पुलिस
जानकारी के मुताबिक एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के अंतर्गत गठित नारकोटिक्स सेल की टीम को सूचना मिली थी कि थाना खम्हारडीह क्षेत्र के कचना नाला पास स्थित एक होटल में कुछ व्यक्ति रुके हैं. उनके पास प्रतिबंधित मादक पदार्थ एमडीएमए और कोकिन हैं. वे अपने चार पहिया वाहन में प्रतिबंधित मादक पदार्थ रखकर बिक्री करने की फिराक में घूम रहे हैं.
इस पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम ने आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई. योजना के अनुसार टीम के एक सदस्य ने ग्राहक बनकर एमडीएमए ड्रग्स और कोकिन खरीदने के लिए पैडलर से संपर्क किया और बारे में जानकारी हासिल की.
आरोपियों के संबंध में जानकारी मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक विधानसभा केशरी नंदन नायक और उप पुलिस अधीक्षक क्राइम संजय सिंह ने प्रभारी एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना प्रभारी खम्हारडीह को आरोपियों को प्रतिबंधित मादक पदार्थ के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए निर्देशित किया.
इस तरह से हुई चारों की गिरफ्तारी
इस पर पुलिस की संयुक्त टीम ने प्राप्त जानकारी के अनुसार धोतरे मैरिज गार्डन के एक कमरे में दबिश दी. वहां दो लोग मिले, जिन्होंने पूछताछ में अपना नाम कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा बताया. दोनों ही रायपुर के रहने वाले हैं. टीम के सदस्यों द्वारा तलाशी लेने पर उनके पास छोटे जिप पॉलिथीन में प्रतिबंधित मादक पदार्थ कोकीन और एक इलेक्ट्रानिक तराजू मिला.
दोनों आरोपियों से उनके अन्य साथियों के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपने एक साथी आयुष अग्रवाल को सेमरॉक ग्रीन होटल और एक साथी महेश सिंह के भी रायपुर में रुके होने की बात बताई. इस पर टीम के सदस्यों ने आयुष अग्रवाल और महेश सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली से ड्रग्स लाकर रायपुर में करते बिक्री
चारों आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वह एमडीएमए और कोकिन को दिल्ली से लाते थे और रायपर में घूम-घूम कर बेचते थे. आरोपी महेश सिंह दिल्ली का रहने वाला है. वह दिल्ली से प्रतिबंधित मादक पदार्थ एमडीएमए और कोकिन लाकर आयुष अग्रवाल को देता है. आयुष अग्रवाल अपने पैडलर कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा के जरिये मादक पदार्थ को मांग के आधार पर लोगों को उपलब्ध कराते हैं.
आरोपियों के खिलाफ थाना खम्हारडीह में नारकोटिक्स एक्ट का अपराध दर्ज किया गया है. आरोपी आयुष अग्रवाल के खिलाफ थाना तेलीबांधा में मारपीट, आरोपी चिराग शर्मा के खिलाफ थाना न्यू राजेंद्र नगर में मारपीट और महिला आरोपी कुसुम हिंदुजा के खिलाफ थाना खम्हारडीह में आईपीसी की धारा 295 का अपराध दर्ज है.