आज से 15 तक जिले में सभी शादियों की अनुमति निरस्त
- कोरोना संक्रमण का अत्यंत तीव्र गति से फैलाव पर जिला प्रशासन का निर्णय
- पूर्व में विवाह के लिए दी गई सभी अनुमति आगामी आदेश तक रद्द
बिलासपुर . कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. सारांश मित्तर ने जिले में 8 से 15 अपै्रल के बीच में पूर्व में शादियों के लिए दी गई सभी अनुमतियों को निरस्त कर दी गई है। कोविड 19 के तीव्र गति से फैलाव होने पर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को यह कदम उठाया है। दूसरी तरफ कलेक्टर ने शहर में लॉकडाउन का जायजा लिया । रतनपुर, कोटा में कोविड़ केयर सेंटरों की तैयारी का मौका मुआयना किया ।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सम्पूर्ण जिले को 15 मई की रात्रि 12 बजे तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कोविड 19 का फैलाव वर्तमान में अत्यंत तीव्र गति से हो रहा है। आपात परिस्थितियों में कोरोना वायरस की चेन को तोडऩे के लिए जिले के सभी अनुविभागों में 8 से 15 मई तक पूर्व में विवाह हेतु प्रदान की गई सभी अनुमति आगामी आदेश तक निरस्त कर दी गई है। जिले के सभी अनुविभागीय एवं दंडाधिकारी ने इस आशय का आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
रतनपुर एवं कोटा में कोविड केयर सेंटर की तैयारी
कोविड से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे है। केवल 10 दिनों के भीतर रतनपुर स्थित लखनी देवी मंदिर परिसर में ऑक्सीजन बेड का अधोसंरचना तैयार कर लिया गया है। कोटा विकासखण्ड में सीवी रामन् यूनिवर्सिटी परिसर में भी कोविड केयर सेंटर की तैयारी अंतिम चरण में है। कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने शुक्रवार को तैयार किए जा रहे इन दोनों कोविड केयर सेंटरों का जायजा लिया।
कलेक्टर मित्तर ने कहा कि न्यूनतम समय में जिले में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अधिक से अधिक ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर ने सीवी रमन यूनिवर्सिटी परिसर में तैयार किए जा रहे 20 बिस्तरयुक्त कोविड केयर सेंटर का जायजा लिया। यहां 10 ऑक्सजीनेटेड बेड की सुविधा उपलब्ध होगी। रतनपुर स्थित लखनी देवी मंदिर परिसर में 30 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। जिसमें 20 ऑक्सीजनेटेड बेड है। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल,एसडीएम तुलाराम भारद्वाज आदि अधिकारी मौजूद थे।
शहरी क्षेत्र का भी किया निरीक्षण
कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए जिले में लॉकडाउन प्रभावशील है। लॉकडाउन के नियमों का पालन हो रहा है या नहीं इसका जायजा लेने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर एवं पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ–साथ शहर का भी भ्रमण किया। कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने कोरोना संक्रमण का विस्तार ग्रामीण अंचलों में न हो इसका जायजा लिया। उन्होंने ग्राम बेलगहना सहित अन्य गांवों का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने एसडीएम को निर्देश दिया कि ग्राम स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया जाए। कोटवारों को लगातार ग्रामों में निगरानी रखने की जिम्मेदारी दें। उन्होंने ग्राम स्तर पर सूचना तंत्र को भी मजबूत करने कहा। ऐसे व्यक्ति जो कोरोना पीडि़त है उन्हें गांव के तालाबों में निस्तारी की अनुमति नहीं देने के भी निर्देश दिए।
शनिचरी बाजार का लिया जायजा
कलेक्टर ने शहर के शनिचरी बाजार में लॉकडाउन का पालन हो रहा है या नहीं इसका भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने देखा कि अनुमति प्राप्त संस्थाओं को छोड़कर सभी दुकानें एवं व्यावसायिक संस्थाएं बंद है कि नहीं।