Assembly Elections 2022: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव अब अंतिम चरण में हैं। चुनाव के बाद दस मार्च को चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी। कांग्रेस को भरोसा है कि वह पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है।
पार्टी को इस बात पर पूरा यकीन है कि वह स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। लेकिन अगर उम्मीद की तरह चुनाव के नतीजे नहीं आए तो ऐसे में पार्टी ने प्लान बी भी बनाया है। जिससे विधायकों की बाड़ेबंदी कर टूट को रोका जा सके।
रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुलाकात हुई। इस दौरान उनके बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चा हुई। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार , अगर आवश्यकता हुई तो इन राज्यों के विधानसभा सदस्यों को राजस्थान के उदयपुर और छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में शिफ्ट किया जा सकता है। इस संबंध में सारे इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।
पंजाब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, हम सभी उम्मीदवारों के संपर्क में हैं। उम्मीदवारों को यह बताया गया है कि चुनाव में जीत होती है तो तुरंत वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करें। विधायकों के समन्वय के लिए पार्टी हर प्रदेश में एक वरिष्ठ नेता को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है। यह इसलिए ताकि किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न आए और वह अपने विधायकों को एकजुट रखने में सफल रहें।
पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा कांग्रेस के विधायकों ने छोड़ी पार्टी
असल में, साल 2017 के चुनाव में मणिपुर और गोवा में सबसे ज्यादा सीट जीतने के बाद भी कांग्रेस सरकार बनाने में विफल हुई थी। पार्टी के कई विधायकों ने भाजपा के सरकार बनाने की राह आसान करने के लिए विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। इसके अतिरिक्त पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा कांग्रेस के विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। इनमें से ज्यादा विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं।
भाजपा को नहीं देना चाहती कोई मौका
अब इस बार कांग्रेस पूरी एहतियात बरत रही है। अब वह पार्टी भाजपा को कोई भी मौका नहीं देना चाहती। विधायकों की बाड़ेबंदी के लिए सबसे ज्यादा सुरक्षित राजस्थान माना जाता है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विधायकों को तोडफोड़ की राजनीति से बचाकर रखने का अनुभव भी है। वे कई बार गुजरात और कर्नाटक के विधायकों की आवभगत भी कर चुके हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि इस बार विधायक ज्यादा हो सकते हैं। इस वजह से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है।
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