बरौनी जंक्शन: बड़ी लापरवाही! ट्रेन और इंजन के बीच फंसकर रेलकर्मी की दर्दनाक मौत, कर्मचारियों ने जताया आक्रोश
बेगूसराय: बिहार के बेगूसराय जिले में बरौनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर एक रेलकर्मी की दर्दनाक मौत का मामला सामने आया है। इंजन और बोगी के बीच कपलिंग काटते समय बिना सिग्नल दिए इंजन पीछे आ गया, जिससे रेलकर्मी इंजन और बोगी के बीच दब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया और रेलकर्मियों ने लापरवाही के खिलाफ नाराजगी जताई।
घंटों बाद निकाला गया शव, रेलकर्मियों में आक्रोश
रेलकर्मी का शव इंजन और बोगी के बीच फंसा रहा, जिसे घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। इस घटना के बाद बरौनी जंक्शन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और नाराज रेलकर्मियों ने स्टाफ की कमी को हादसे का कारण बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
बिना सिग्नल के पीछे हुए इंजन से हादसा
जानकारी के अनुसार, बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने के बाद रेलकर्मी अमर रावत ने ट्रेन के इंजन को अनकपल किया था। तेल भरने के बाद जब इंजन वापस आया, तो सिग्नल न होने के बावजूद इंजन पीछे किया गया, जिससे रेलकर्मी बफर में फंस गया और उसकी जान चली गई। अमर रावत की शादी अगले महीने 11 दिसंबर को होने वाली थी। इस दुखद खबर से उनके परिजन सदमे में हैं।
रेलकर्मियों की सुरक्षा में लापरवाही का आरोप
सोनपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष शिवप्रसाद यादव ने बताया कि ऐसी सेंटिंग प्रक्रिया के लिए चार कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, लेकिन स्टाफ की कमी के कारण एक या दो कर्मचारियों से काम करवाया जाता है। उनका आरोप है कि इस लापरवाही के चलते ही अमर रावत की जान गई।
लोको पायलट फरार, डीआरएम ने दिया जांच का आदेश
घटना के बाद इंजन का ड्राइवर मौके से फरार हो गया। जीआरपी और आरपीएफ ने मौके पर पहुंचकर शव को बाहर निकाला। सोनपुर के डीआरएम विवेक भूषण सूद ने घटना स्थल पर पहुंचकर मृतक के परिवार को सहायता का आश्वासन दिया और इस मामले की जांच के आदेश दिए।
आंदोलन की चेतावनी
रेलकर्मी शिवप्रसाद यादव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्टाफ की कमी पूरी की जानी चाहिए, अन्यथा रेलकर्मी रेलवे का काम ठप कर देंगे। उन्होंने मृतक के परिवार को मुआवजा देने, एफआईआर दर्ज करने, और स्टाफ की कमी को तुरंत पूरा करने की मांग की।
डीआरएम विवेक भूषण सूद ने कहा, “यह एक दुखद घटना है। हमने तुरंत जांच का आदेश दिया है और मृतक के परिवार को सहायता दी जा रही है। हम अपने काम में सुधार की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”