छत्तीसगढ़ में अवैध पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशों पर चल रही मुहिम के तहत रायगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है।
पुलिस द्वारा 28 अगस्त को कोड़ातराई के पास एक महिला समेत पांच आरोपियों को पकड़ा गया, जिनसे 175 किलो गांजा, एक अल्टो कार, और एक छोटा हाथी पिकअप वाहन जब्त किया गया। इस कार्रवाई में कुल 43 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई।
मुख्य आरोपी संतराम खुंटे और उसके साथियों से पूछताछ के बाद पुलिस को तस्करों की कार्यप्रणाली और गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी मिली। इसके बाद बिलासपुर रेंज आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और एसपी श्री दिव्यांग पटेल के मार्गदर्शन में 5 विशेष पुलिस टीमों ने ओडिशा, छत्तीसगढ़ के सक्ती और बिलासपुर जिलों में दबिश देकर गिरोह के संपूर्ण नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया।
गिरफ्तार आरोपियों में गिरोह का मुख्य सरगना भागवत साहू भी शामिल है, जो लंबे समय से गांजा की तस्करी में लिप्त था। पुलिस की इस कार्रवाई में अवैध गांजा व्यापार से जुड़े ‘फॉरवर्ड’ और ‘बैकवार्ड’ लिंक का भी खुलासा हुआ है।
गिरोह के प्रमुख सप्लायर व्योमकेश खटुआ ने पूछताछ के दौरान ओडिशा के जंगलों में अवैध गांजा उत्पादन के बड़े नेटवर्क का खुलासा किया। रायगढ़ पुलिस ने इस जानकारी को ओडिशा पुलिस और राष्ट्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ साझा किया है, ताकि इस अवैध कारोबार को जड़ से नष्ट किया जा सके।
पुलिस की इस कार्रवाई में डीएसपी साइबर सेल श्री अभिनव उपाध्याय, एसडीओपी खरसिया श्री प्रभात पटेल और कई अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस बड़ी सफलता के लिए पुलिस टीम को बधाई दी है और अवैध तस्करी के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया है। कार्रवाई के दौरान आई10 कार सीजी 11 BH – 9507, सेलेरिओ कार सीजी 10 BS – 1995, 06 मोबाइल, नकदी रकम-7500 रूपये कुल -17 लाख रूपये, पूर्व जप्ती 175 किलो गांजा, 02 चार पहिया वाहन, जुमला जप्ती-55 लाख रूपये कुल 8 आरोपी एवं 72 लाख की सम्पति जप्त की गई। गिरोह को मदद करने, पुलिस की छापेमारी से बचाने व गोपनीय सूचनाएं आरोपी को देने वाले पुलिस आरक्षक-किशोर साहू ग्राम सकर्रा सक्ती (छत्तीसगढ़) को भी गिरफ़्तार किया गया।