बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में ग्रामीणों द्वारा लगातार CRPF कैंप का विरोध किया जा रहा है। जैसे ही ग्रामीणों को नए कैंप की स्थापना करने की जानकारी मिली उन्होंने CRPF कैंप का विरोध करना शुरू कर दिया।
आदिवासी ग्रामीण इस बार कैंप का विरोध एक अनोखे रूप में कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा वीडियो जारी किया गया। जिसमें मानव शृंखला बनाकर यह लिखा गया – पुसनार और बुर्जी का प्रदर्शन।
पिछले महीने भी किया गया था प्रदर्शन
पिछले महीने भी इन्हीं आदिवासी ग्रामीणों द्वारा ऐसा ही विरोध प्रदर्शन किया गया। जब धुर नक्सल प्रभावित गंगालूर से पुसनार तक सड़क निर्माण का काम किया जा रहा था। चूंकि नक्सल इलाका होने के कारण विभाग के लिए यहां काम करवाना एक बड़ी चुनौती है।
ग्रामीणों द्वारा कैंप का इस कदर विरोध किया गया कि बुर्जी और पुसनार के सैकड़ों ग्रामीणों ने मिलकर सड़क को खुद ही काट दी थी। ग्रामीणों का कहना था कि, हमें न तो सड़कें चाहिए और न ही कैंप।
ग्रामीणों ने लगाया था प्रताड़ना का आरोप
बीजापुर जिले के बुर्जी और पुसनार गांव के ग्रामीणों ने पुलिस जवानों पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। ग्रामीणों का कहना था कि, यदि इलाके में कैंप खुलता है तो फोर्स हमें परेशान करती है।
व महिला और पुरुषों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते हैं। लोगों की हत्या भी करते हैं। उन्हें नक्सली बता कर जेल में डाल दिया जाता है। सड़क निर्माण के नाम पर ग्रामीणों की भूमि हड़प लेते हैं।
अब एक बार फिर आदिवासी ग्रामीण अनोखे रूप में कैंप का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा यह विरोध प्रदर्शन 5 तारीख से शुरू शुरू किया गया जो कि 28 तारीख तक जारी रहेगा।
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