कोरोना की दूसरी लहर में हजारों लोगों की मौत हो गई और लाखों लोग संक्रमित हुए। कोरोना की दूसरी लहर ने खूब तबाही मचाई और अब संक्रमण के आंकड़ों में कमी आने लगी है। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर को लेकर डॉक्टरों व एक्सपर्ट्स द्वारा लगातार चेतावनी जारी की जा रही है। ऐसे कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कहर मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट में भी अब बदलाव आ चुका है। इसे डेल्टा प्लस वेरिएंट बताया जा रहा है।
मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि डेल्टा प्लस वेरियंट अभी 9 देशों में हैं। यूके, यूएस, जापान, रशिया, भारत, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, नेपाल और चीन। उन्होंने कहा कि भारत में डेल्टा प्लस के 22 मामले हैं और अभी इसे ‘वेरियंट ऑफ इंटरेस्ट’ की श्रेणी में रखा गया है।
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और केरल में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले अब सामने आने लगे हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट के देश में अबतक कुल 22 मामले सामने आए हैं। दिल्ली या उत्तर भारतीय इलाकों में अभी तक कोई संक्रमण का मामला दर्ज नहीं किया गया है। बता दें कि 22 में से 16 संक्रमण के मामले महाराष्ट्र के रत्नागिरि एवं जलगांव से सामने आए हैं। बाकी मामले केरल व मध्य प्रदेश से सामने आए हैं।
राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए गए
भूषण ने कहा कि इस बाबत राज्यों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। ताकि यह संक्रमण बड़ा रूप नहीं ले पाए। उन्होंने कहा कि देश में प्रयोगशालाओं के एक कंसोर्टियम के जरिए वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही हैं। इसमें 28 प्रयोगशालाएं शामिल की गई हैं तथा नवंबर से अब 45 हजार जीनोम सिक्वेंसिंग की जा चुकी है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले सप्ताह एक प्रेजेंटेशन दिया था जिसमें कहा था कि संक्रमण का नया स्वरूप डेल्टा प्लस राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य कोविड-19 कार्य बल के सदस्य और स्वास्थ्य विभाग के सदस्य भी इस बैठक में शामिल हुए थे।
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