रायपुर। शहर के चार प्रमुख दसहरा उत्सव समिति द्वारा हर साल रावण, कुभंकरण व मेघनाथ का दहन करते आ रहे है, इस बार लेकिन सभी दसहरा उत्सव समिति सिर्फ रावण का दहन कर रहें है। छत्तीसगढ़ नगर में विगत 13 वर्ष की भांति इस वर्ष दशहरा मैदान में रावण दहन की तैयारियां समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा हैं, दशहरा मैदान में रावण दहन के पहले भूमिपूजन के लिये महापौर ऐजाज ढेबर की हाथों किया गया, जिसमें दसहरा समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के साथ सभी पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
समिति अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ नगर दशहरा मैदान में परम्परा विजयदशमी के पावन अवसर में 35 रावण दहन किया जाता हैं, जिसमे शाम 4 बजे से रामलीला के कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन किया जाता हैं। जिसमें संछिप्त रूप से बुराई पर अच्छाई के प्रतीक रामचन्द्र जीवनी का विवरण किया जाता हैं, ततपश्चात रावण वध कर भव्या आतिशबाजी जिसमे अनेक प्रकार के गगनचुंबी फटाके के साथ फाटकों से निर्मित बैनर भी आतिशबाजी में किया जाता हैं।
रावण भाठा मैदान में 60 फीट का रावण
शहर के सौ साल पुराने रावणभाठा मैदान बार 60 फीट का रावण का दहन होगा, दसहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया एतिहासिक रावण भाठा मैदान में करीब सौ साल से दसहरा उत्सव मनाया जाता है, लेकिन पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते 10 फीट का रावण दहन किया गया था, इस बार प्रशासन का गाइडलाइन का पालन करते हुए , सिर्फ 60 फीट का रावण का दहन किया जाएगा, इस बार मेघनाथ व कुंभकरण का दहन नही होगा। 2019 रावणभाठा मैदान में प्रदूषण रोकने के लिए और प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
मैदान में रावण के दो पुतले बनाए गए हैं। इसमें प्लास्टिक के रावण का वध करके संदेश दिया जाएगा कि राजधानी से पूरी तरह से प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करना है। प्लास्टिक के रावण का वध करने के बाद हर साल की तरह दूसरे रावण का दहन किया जाएगा। बीटीआई मैदान व डब्लूआरएस दसहरा उत्सव समिति द्वारा 35 फीट रावण का दहन होगा, यहा भी मेघनाथ व कुभंकरण का दहन नही होगा ।
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