छत्तीसगढ़(Chhattisgarh) प्रदेश भर में दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा केंद्रों के लिए गाइडलाइन जारी कर दिए हैं। परीक्षा के पहले हर बार कमरे को सेनिटाइज किया जाएगा। मंडल ने स्कूल प्रबंधनों से कहा है कि एक कक्षा में उसकी क्षमता के आधे बच्चे ही परीक्षा देंगे। यानी हर छात्र की दूरी एक-दूसरे से 3 फीट से ज्यादा रहेगी।
प्रदेश में 10वीं की परीक्षा 15 अप्रैल से और 12वीं की परीक्षा 3 मई से शुरू की जा रही है। इसके लिए टाइम टेबल मंडल की ओर से पहले ही जारी कर दिए गए हैं। दसवीं-बारहवीं में हजारों छात्र शामिल हो रहे हैं। ऐसे में सभी जगहों पर सोशल डिस्टेसिंग बनी रहे इसलिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। छात्रों को मास्क पहनकर आना अनिवार्य होगा। छात्रों के साथ ही परीक्षा काम में जुटे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भी मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सभी स्कूलों के प्रवेश द्वारा और क्लास रूम के बाहर सेनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी।
वहीं कोरोना संक्रमण की वजह से नियमित छात्र जिस स्कूल में पढ़ाई कर रहा है बोर्ड परीक्षा भी उसी स्कूल में ही देगा। बोर्ड परीक्षा में हर बार सेंटर अलग होते थे।
संक्रमित छात्रों के लिए होगी अलग व्यवस्था
अगर कोई परीक्षार्थी कोरोना संक्रमण, कंटेनमेंट जोन अथवा लॉकडाउन की वजह से परीक्षा देने नहीं आया तो बोर्ड उसे फेल नहीं करेगा। बोर्ड के सचिव ने बताया ऐसे अनुपस्थित परीक्षार्थी की अंकसूची में “C” लिखा जाएगा। ऐसे विद्यार्थी को उन विषयों में कोई अंक नहीं दिए जाएंगे, लेकिन उसे पास श्रेणी में उत्तीर्ण माना जाएगा।
ऐसे विद्यार्थी जिनकी अंकसूची में “C” अंकित है। उनके लिए पूरक परीक्षा के साथ विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। उस विशेष परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उनकी अंकसूची में “C” के स्थान पर प्राप्तांक और श्रेणी अंकित कर दिया जाएगा। उसके बाद उन्हें दूसरी अंकसूची जारी की जाएगी।
मंडल के अफसरों का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन के तहत ही परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसलिए परीक्षा में शामिल सभी छात्रों और संबंधित लोगों को इसका पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। परीक्षा केंद्रों में किसी भी तरह की लापरवाही की जाती है तो वहां के जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई भी की जाएगी।
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