छत्तीसगढ़: जानिए कौन है बीजापुर नक्सली हमले का मास्टरमाइंड, जिस पर 25 लाख का इनाम घोषित है…
छत्तीसगढ़(Chhattisgarh)के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में 22 जवानों की शहादत से पूरा देश सदमे मे है। नक्सलियों का यह तांडव अब भी जारी है। रविवार शाम तक 15 नक्सली ढेर हो चुके हैं। आखिर इतनी बड़ी मुठभेड़ के पीछे किसकी साजिश है? और कौन है इसका मास्टरमाइंड? इस पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। हम आपको मास्टरमाइंड के बारे में सब कुछ बताएंगे। दरअसल पिछले 24 घंटे से जारी मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सली हताहत हुए हैं। इसके साथ ही 30 से ज्यादा जवान भी घायल हुए है। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कौन है मास्टरमाइंड?
अब आपको इस हमले की स्क्रिप्ट तैयार करने वाले के बारे में बताते हैं। इस मास्टरमाइंड का नाम माड़वी हिडमा है। पुलिस ने इस पर 25 लाख का इनाम घोषित किया है। नक्सल कमांडर माड़वी हिडमा को संतोष उर्फ इंदमुल उर्फ पोडियाम भीमा जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। यह छत्तीसगढ़ पुलिस समेत कई नक्सल प्रभावित राज्यों के पुलिस के लिए मोस्टवांटेड नक्सली है।
बताया जा रहा है कि शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की घटना हिडमा के गांव में ही घटी है। छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला हिडमा का गढ़ है, जहां पर होने वाली सभी नक्सली गतिविधियों को हिडमा संचालित करता है। कद काठी में दुबले पतले हिडमा का नक्सली संगठनों में कद काफी बड़ा है। हिडमा नक्सली गतिविधी और संगठन पर अच्छी पकड़ के कारण ही सबसे कम उम्र में माओवादियों की टॉप सेंट्रल कमेटी का सदस्य बन गया है।
कभी स्कूल नहीं गया मगर बोलता है अंग्रेजी
हिड़मा का पूरा नाम मांडवी हिड़मा उर्फ इदमुल पोडियाम भीमा है। वह सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके के पुड़अती गांव का निवासी है। अनपढ़ होने को बावजूद वह न सिर्फ फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है, बल्कि कंप्यूटर का भी जानकार है। गुरिल्ला-वार में महारत के कारण ही उसे पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की बटालियन एक का कमांडर बनाया गया। उसने दो शादियां की हैं। इसकी पत्नियां भी नक्सल गतिविधियों में शामिल हैं। हिड़मा के तीन भाई भी हैं- मांडवी देवा और मांडवी दुल्ला, दोनों गांव में ही खेती करते हैं, जबकि तीसरा मांडवी नंदा गांव में नक्सलियों को पढ़ाता है। हिड़मा की बहन भीमे दोरनापाल में रहती है।
2013 में भी सुकमा में हुआ था नक्सली हमला
बीते एक दशक में यह सबसे बड़ा नक्सली हमला है। 25 मई 2013 को सुकमा के झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला किया था। इस हमले में कांग्रेस के तात्कालिक प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, विद्या चरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा समेत सुरक्षा में तैनात 29 लोगों की मौत हुई थी। 3 अप्रैल को घटी इस घटना ने एक बार फिर उस हमले की याद ताजा कर दी।