रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर का पंडरी बस स्टैंड अब भाठागांव इलाके में स्थानांतरित हो गई है। भाठागांव का बस स्टैंड प्रदेश का पहला सुव्यवस्थित बस स्टैंड है। यह इस तरह सुंदर है कि यह बाहर से किसी महल की तरह दिखता है इतना ही नहीं ये बस स्टैंड अंदर से भी बहुत खास है। यह प्रदेश का पहला ऐसा बस स्टैंड है, जहां यात्रियों के ठहरने की भी व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शुक्रवार दोपहर 2 बजे इस बस स्टैंड का उद्घाटन किया। साथ ही साथ उन्होंने शहर में मल्टी लेवल पार्किंग, भगत सिंह चौक, आत्मानंद स्कूल और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी जनता को समर्पित किया।
जैसे ही CM द्वारा बस स्टैंड का उद्घाटन हुआ, बस टर्निमल को जनता के लिए खोल दिया गया, किंतु अब भी यहां पुराने बस स्टैंड से दुकानों के व्यवस्थापन को लेकर व्यापारी बहुत मशक्कत कर रहे हैं। अभी बस स्टैंड को 14 बस ऑपरेटरों के साथ शुरू किया जा रहा है कई बारी इसका विरोध भी हो चुका है। बताया जा रहा है कि निगम ने 20 दिन में ही सभी बसों को शिफ्ट करने का निर्देश दिया है। यहां तक कि ऑटो वालों को यहां कोई जगह नहीं दी गई। इन सब मुद्दों को लेकर पार्षद बंटी होरा ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वे इस ओर ध्यान देने दें।
जानिए किन सुविधाओं से लैस है नया बस स्टैंड भाटागांव
जानकारी के अनुसार, श्री बालाजी स्वामी ट्रस्ट श्री दूधाधारी मठ से मिली 25 एकड़ जमीन पर अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण किया गया है। इस बस स्टैंड की लागत लगभग 49 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस बड़े से बस स्टैंड के चार मंजिला इमारत में 104 कमरे बने हुए हैं। इनमें ऑफिस, दुकानें, परिवार कार्यालय, फूड कोर्ट, वेटिंग रूम, फूड स्टॉल, महिला और पुरुष डॉरमेट्री इत्यादि शामिल हैं।
आमतौर पर बस स्टैंड में केवल पुरुषों और महिलाओं के लिए ही टॉयलेट होते हैं लेकिन यह बहुत अनोखा बस स्टैंड है क्योंकि इस बस स्टैंड में महिला और पुरुष के साथ-साथ थर्ड जेंडर टॉयलेट भी बनवाया गया हैं। इस बस टर्मिनल में 14 बस-वे बने हैं। यहां तक की यात्रियों के लिए लिफ्ट भी लगाई गई है। पूरे कैंपस में CCTV कैमरे की सुविधा हैं ताकि कोई गड़बड़ी ना हो। बता दें कि यहां पर पुलिस फोर्स के लिए बैरक भी बनाया गया है। पहले के शुरुआती महीनों में 200 बसों का संचालन किया जाएगा फिर बाद में, धीरे धीरे यहां से हर दिन 900 बसों का संचालन किया जाएगा।
बता दें कि रायपुर में पार्किंग व्यवस्था को सु-व्यवस्थित करने के लिए, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर का दूसरा मल्टीलेवल पार्किंग कॉम्प्लेक्स कलेक्ट्रेट परिसर के पास ही तैयार करवाया है। इस कॉम्प्लेक्स में 450 चार पहिया और 150 से 200 दो पहिया गाड़ियां एक ही समय में पार्क की जा सकती हैं। इसकी लागत 28 करोड़ है और इसे 17,792 वर्ग मीटर एरिया में बनाया गया है। ज्ञात हो कि इंजीनियर्स ने इसे हेलिकल (स्प्रिंगनुमा) आकार में बनाया है और अब इस बिल्डिंग के ऊपरी हिस्से में रेस्टोरेंट भी बनाई जाने वाली है।
रायपुर में प्रदेश की सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना के तहत सरकारी स्कूलों को नए सिरे से तैयार करने की योजना बनाई गई है। इस स्कूल में अंग्रेजी मीडियम में क्वालिटी एजुकेशन देने पर काम किया जाएगा वैसे ही जैसे प्राइवेट स्कूलों में दिया जाता है।
ये स्कूल सुविधा से लैस हैं जहां खेल मैदान, 11 क्लास रूम, 7 स्मार्ट क्लास रूम, 4 आधुनिक लैब,1 लाइब्रेरी, सभाकक्ष, डायनिंग रूम, टॉयलेट बनाई गई हैं। इस स्कूल की लागत 5 करोड़ है और पुराने स्कूल कैंपस में ही नई बिल्डिंग तैयार कर इसे बनाया गया है।